छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की. पार्टी ने शाह पर छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप लगाया. कांग्रेस पार्टी ने कहा कि चुनावी फायदे के लिए उन्होंने इस तरह का बयान दिया. छत्तीसगढ़ में बीजेपी को अपनी हार नजर आ रहा है. अपनी हार से बौखलाए अमित शाह अब सांप्रदायिकता का सहारा लेना चाहते हैं.
दरअसल, अमित शाह ने सोमवार को राजनांदगांव में एक चुनावी रैली के दौरान बघेल सरकार पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि बेमेतरा के बिरनपुर गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा में भूपेश बघेल का हाथ है. अप्रैल में यह हिंसा हुई थी, जिसमें ईश्वर साहू के बेटे भुनेश्वर साहू की मौत हो गई थी. बता दें कि छत्तीसगढ़ की 90 सीटों पर 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में वोटिंग होगी.
अमित शाह ने क्या कहा था?
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने अपने चुनावी भाषण में भूपेश बघेल सरकार पर तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बघेल सरकार ने तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को ‘लिंचिंग’ करवाकर मार दिया. हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे.
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की शिकायत
बता दें कि बीजेपी ने भुवनेश्वर साहू पिता ईश्वर साहू को टिकट दिया है. कांग्रेस ने शाह के इस बयान की जमकर आलोचना की. कांग्रेस ने कहा कि अमित शाह का यह बयान ना केवल आपत्तिजनक है बल्कि इसका एक ही उद्देश्य है छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना. कांग्रेस ने चुनाव आयोग से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रमन सिंह और अरुण साव के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है.