दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आबकारी नीति में कथित घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं. उनकी सेहत और शुगर लेवल बढ़ने के मामले में कोर्ट के आदेश पर 5 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था, जिसने अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल में अगले 5 दिनों तक दिन में दो बार कम डोज वाली इंसुलिन देने का सुझाव दिया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, मेडिकल बोर्ड 5 दिन बाद शुगर लेवल जांचेगा. एम्स निदेशक द्वारा गठित बोर्ड में एक एंडोक्राइनोलॉजिस्ट और एक मधुमेह रोग विशेषज्ञ शामिल है.
तिहाड़ जेल प्रशासन के मुताबिक, एम्स के डॉक्टरों की सलाह पर केजरीवाल को इंसुलिन की पहली खुराक सोमवार शाम को दी गई थी. तब उनका शुगर लेवल 217 तक पहुंच गया था. अब मेडिकल बोर्ड ने अगले 5 दिनों तक खुराक जारी रखने की सलाह दी है. उन्हें रोजाना दोपहर और रात के खाने से पहले दिन में 2 बार लो डोज इंसुलिन दी जा रही है. उनकी सेहत की निगरानी तिहाड़ के डॉक्टर कर रहे हैं. उन्हें घर का बना खाना और डॉक्टरों द्वारा बताई गई दवाएं दी जा रही हैं.
12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं केजरीवाल: AAP
बता दें इससे पहले आम आदमी पार्टी ने कहा था कि केजरीवाल पिछले 30 सालों से डायबिटीज के मरीज हैं. 12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं. तिहाड़ जेल में रहने के दौरान केजरीवाल का शुगर लेवल 300 से ऊपर चला गया. इंसुलिन की जरूरत थी लेकिन केजरीवाल के मांगने के बावजूद उन्हें इंसुलिन देने से मना करके उनकी हत्या की साजिश का रची गई.
मामला कानून की दहलीज तक पहुंचा. राउज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने मामले पर सुनवाई कर मेडिकल बोर्ड बनाने का निर्देश दिया. सुनवाई के दौरान जहां केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने उनको इंसुलिन देने और सप्ताह में दो बार विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए केजरीवाल के डॉक्टर से कंसल्टेशन करने की इजाजत देने की गुज़ारिश की थी.
’48 बार घर का बना खाना भेजा गया था’
इस पर ईडी के वकील जुहैब हुसैन ने कहा कि केजरीवाल जानबूझकर जेल में घर से मंगवाकर आलू पूड़ी, आम और मीठी चीजें खा रहे हैं ताकि उनका शुगर लेवल हाई हो जाए. इससे मेडिकल ग्राउंड पर जमानत का आधार बन सके. हालांकि, केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने ED की दलीलों का विरोध करते हुए कहा कि उनको जेल में कुल 48 बार घर का बना खाना भेजा गया था. इसमें से सिर्फ 3 बार छोटे से कंटेनर में आम भेजा गया. नवरात्रि के मौके पर प्रसाद के रूप में आलू पूड़ी भेजी गई. ईडी जानबूझकर घर का खाना बंद करवाने और मीडिया में खबर बनवाने के लिए ऐसे बयान दे रही है.
इस मामले में 22 अप्रैल को स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने कहा था कि केजरीवाल की निजी डॉक्टर से कंसल्टेशन करने की मांग को स्वीकार नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने इंसुलिन की जरूरत को तय करने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन को AIIMS के डायरेक्टर द्वारा मेडिकल बोर्ड बनाने का निर्देश दिया था. कोर्ट ने कहा था कि मेडिकल बोर्ड तय करेगा कि अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन देनी चाहिए या फिर नहीं. बताते चलें कि दिल्ली की आबकारी नीति में कथित घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में ईडी ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. 31 मार्च तक ईडीा की हिरासत में रहने के बाद कोर्ट ने 1 अप्रैल को उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.