कांग्रेस के पूर्व नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जिशान सिद्दीकी के खिलाफ पार्टी ने एक्शन लिया है. उन्हें मुंबई यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. बाबा सिद्दीकी इसी महीने कांग्रेस छोड़कर एनसीपी (अजीत पवार गुट) में शामिल हुए. जिशान की जगह अखिलेश यादव को मुंबई यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है.
जिशान सिद्दीकी बांद्रा (पूर्व) से विधायक हैं. उन्होंने पिता के पाला बदलने से पहले अजित पवार और अन्य नेताओं से मुलाकात की थी. बाबा सिद्दीकी का उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और राज्य इकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे सहित शीर्ष एनसीपी नेताओं ने पार्टी में स्वागत किया था.
बाबा सिद्दीकी मुंबई कांग्रेस के मुस्लिम चेहरा थे
बाबा सिद्दीकी ने फरवरी के पहले हफ्ते में कांग्रेस छोड़ दी थी. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में दिवंगत कांग्रेस सांसद सुनील दत्त की भूमिका को स्वीकार किया. बाबा सिद्दीकी ने कहा कि उन्होंने एनसीपी में शामिल होने से पहले अपने विधायक बेटे जिशान सिद्दीकी और पूर्व कांग्रेस सांसद प्रिया दत्त से सलाह ली थी.
मुंबई कांग्रेस के एक प्रमुख मुस्लिम चेहरे रहे बाबा सिद्दीकी ने मंत्री के रूप में भी काम किया था जब कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन महाराष्ट्र में सत्ता में था. अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शिवसेना के नेतृत्व सरकार का एक घटक है, जिसमें बीजेपी भी शामिल है.
बाबा सिद्दीकी अजित पवार की मौजूदगी में एनसीपी में शामिल हुए थे. पार्टी में शामिल होने के बाद बाबा ने कहा था कि मैं खानदानी आदमी हूं. मैं किसी की बुराई नहीं करना चाहता हूं.सहमारे यहां परसेप्शन की राजनीति हो रही है , इस लिए निर्णय लेना पड़ा. मैंने कहा था मुझे छेड़ो नहीं वरना मैं छोडूंगा नहीं. मैं गद्दारी नहीं करूंगा. मैं चाहता हूं अजीत पवार के साथ हर हाथ में घड़ी हो.