नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की साइबर सेल (Cyber Cell) ने IIT खड़गपुर से बी-टेक कर रहे एक हाईटेक साइबर स्टॉकर को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली के नामी स्कूल की 50 से ज्यादा नाबालिग लड़कियों और टीचर को ऑनलाइन परेशान कर रहा था और उनके अश्लील वीडियो अपलोड कर रहा था.
उत्तरी दिल्ली के डीसीपी सागर कुमार कलसी के मुताबिक उत्तरी दिल्ली के एक नामी स्कूल से नाबालिग लड़कियों और स्कूल की शिक्षिकाओं ने इसी साल 6 अगस्त को शिकायत देकर बताया कि एक ऑनलाइन स्टॉकर स्कूल की नाबालिग लड़कियों का साइबर पीछा कर रहा है और व्हाट्सएप मैसेज भी भेज रहा है और अंतरराष्ट्रीय नम्बरों से कॉल भी करता है.
आरोप लगाया गया था कि यह साइबर स्टॉकर स्कूल की ऑनलाइन कक्षाओं में प्रवेश कर रहा है और एडमिन और ग्रुप आइकॉन को बदले बिना व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हो रहा है और कई छात्राओं की मॉर्फ्ड न्यूड और सेमी-न्यूड मॉर्फ्ड तस्वीरें कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर रहा है.
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की. इस सिलसिले में पीड़ित लड़कियों, शिक्षिकाओं और अभिभावकों से गहन पूछताछ की गई और 33 वाट्सएप वर्चुअल नंबर, 5 इंस्टाग्राम प्रोफाइल और फर्जी कॉलर आईडी ऐप्स का उपयोग करने वाले कई कॉल की पहचान की गई. मोबाइल नंबरों की जांच करने पर पता चला कि इनमें से एक नंबर से 3 साल पहले पीड़ित से संपर्क किया था और तब से वह उसे परेशान कर रहा था.
पुलिस ने सोशल मीडिया अकाउंट बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फर्जी मेल आईडी के आईपी लॉग की जांच की. इसके बाद आरोपी की पहचान 19 साल के महावीर के तौर पर हुई जो ,पटना के खाजेकलां इलाके का रहने वाला है. उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी महावीर आईआईटी खड़गपुर से बीटेक कर रहा है. उसने पूछताछ में बताया कि वो काफी पहले उत्तरी दिल्ली के एक नामी स्कूल के एक छात्र के संपर्क में आया था. इसके बाद उसने इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से उस छात्र के दोस्तों से संपर्क करना शुरू कर दिया. आरोपी महावीर को ऐप्स की अच्छी जानकारी है. वो नाबालिग लड़कियों को परेशान करने और साइबर स्टाकिंग के लिए इसका इस्तेमाल करता है.
आरोपी ने फर्जी कॉलर आईडी के लिए और व्हाट्सएप पर वर्चुअल नंबर के लिए स्कूल की लड़कियों और शिक्षकों से संपर्क करने के लिए ऐप का इस्तेमाल किया. आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए पीड़ितों से संपर्क करने के लिए वॉयस चेंजिंग ऐप का भी इस्तेमाल किया. उसने पीड़ितों की मॉर्फ्ड न्यूड फोटो बनाने के लिए ऐप का इस्तेमाल किया और उन्हें पीड़ितों के नाम से बनाए गए फर्जी इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर अपलोड कर दिया.
आरोपी महावीर के मोबाइल फोन में कई अश्लील वीडियो और तस्वीरें भी मिली हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने लड़कियों से संपर्क करने के लिए नाबालिग लड़कियों के फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट भी बनाए और लिंक पूछकर स्कूल की ऑनलाइन कक्षाओं के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया. लिंक का उपयोग करके स्कूल की ऑनलाइन कक्षाओं में भी प्रवेश किया. वो लड़कियों को लगातार ब्लैकमेल भी कर रहा था.