RTO की फर्जी वेबसाइटें बनाकर 3,300 लोगों को ठगने वाला गिरफ्तार, कॉल सेंटर में काम करके सीखी थी ठगी

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ग़ाज़ियाबाद से एक शख्स को गिरफ्तार किया है जो आरटीओ की कई नकली वेबसाइट बनाकर लोगों के साथ ठगी कर रहा था. साइबर सेल के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अफसर पीयूष जैन ने 2 अक्टूबर को शिकायत देकर बताया कि कि कोई आरटीओ की फ़र्ज़ी वेबसाइट जैसे e-parivahanindia.online, www.roadmax.in और Sarathiparivahan.com चला रहा है और कई तरह की आरटीओ की सेवाओं के लिए दस्तावेज लेकर लोगों से पैसे भी ठग रहा है.

पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के दौरान, फ़िशिंग वेबसाइटों की जानकारी हासिल की गई, वेबसाइटों के पंजीकरण के लिए किए गए भुगतानों का पता लगाया गया. साथ ही, पीड़ितों के बैंक स्टेटमेंट का पता लगाया गया. जांच में पाया गया कि लेनदेन ग्लोबल इंडिया सेवाओं के खाते में किया गया है. ग्लोबल इंडिया सेवाओं के खातों की जांच से की गई. ये भी जानाकरी मिली कि गूगल विज्ञापनों का उपयोग करके, फ़िशिंग वेबसाइटों को गूगल पर बढ़ावा दिया गया.

जांच के बाद 30 साल के आरोपी कपिल त्यागी को उसके ग़ाज़ियाबाद के घर से गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी ने 12वीं तक पढ़ाई की है और उसके बाद फर्जी कॉल सेंटर में काम किया जहां उसने सरकारी सेवाओं के नाम पर लोगों को ठगने की तकनीक सीखी. 2020 में, उसने अपना दफ्तर शुरू किया और आरटीओ की सेवाएं देने वाली कई सरकारी नकली वेबसाइटें बनाई. वो एक ग्राहक से 3000 रुपये तक लेता था. उसके पास से 10 चेकबुक, 15 सिम कार्ड, 4 मोबाइल फोन, 3 लैपटॉप, 2 पेन ड्राइव, 2 हार्ड ड्राइव, 15 डेबिट और क्रेडिट कार्ड मिले हैं. उसके बैंक खातों में करीब 8 लाख से ज्यादा की नगदी भी बरामद हुई है.

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