तेलंगाना कोर ग्रुप की बैठक खत्म हो चुकी है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर करीब साढ़े तीन घंटे तक यह बैठक चली. केंद्र गृहमंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के कई नेता इस बैठक में मौजूद थे. इस दौरान राज्य की कुल 119 सीटों पर चर्चा हुई. 20 अक्टूबर यानी शुक्रवार को केंद्र चुनाव समिति की बैठक होगी. इसके बाद कभी भी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जा सकती है.
तेलंगाना की सभी 119 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. मुख्यमंत्री केसीआर सत्ता की हैट्रिक लगाने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटे हुए हैं. मगर इस बार की राह कठिन है. बीजेपी पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतर चुकी है. उधर, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम जोर आजमाइश कर रही है. ऐसे में इस बार केसीआर की डगर मुश्किल नजर आ रही है.
तेलंगाना में KCR का दबदबा
बता दें कि केसीआर पिछले दो चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ जीत दर्ज कर सत्ता हासिल की है. वह तीसरी बार जीत दर्ज करने के लिए जद्दोजहद में जुटे हैं. मगर इस बार जो सत्ता विरोधी लहर है, उससे उन्हें पार पाना थोड़ा मुश्किल नजर आ रहा है. केसीआर के लिए कांग्रेस चुनौती बन रही है तो बीजेपी टेंशन बढ़ा रही है. ऐसे में तेलंगाना में इस बार का चुनाव सीएम राव के लिए मुश्किल नजर आने वाला है.
तेलंगाना में BJP तलाश रही जमीन
तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में मुकाबला तो कांग्रेस और बीआरएस के बीच है, लेकिन बीजेपी इसे त्रिकोणीय बनाने में जुटी है. बीजेपी इस बात को जानती है लोकसभा के लिए अपनी जमीन तैयार करने के लिए विधानसभा चुनाव की जंग को फतह करना कितना अहम है. तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के पास भले ही 3 विधायक हैं, लेकिन 17 सांसदों वाले इस राज्य में उसके सांसद 4 हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में 4 सीटें, कांग्रेस के पास 3 सीटें, बीआरएस को 9 और अन्य को एक सीट पर जीत मिली थी.