अरुणाचल प्रदेश का ख्वाब देखने वाला चीन भारत की तरफ से यहां आयोजित जी20 के एक कार्यक्रम का बॉयकॉट कर दिया. उसने राज्य के इटानगर में रविवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रतिनिधि नहीं भेजे. इनके अलावा मीटिंग में बड़ी संख्या में 50 प्रतिनिधि शामिल हुए. इस G20 रिसर्च इनोवेशन इनिशियटिव मीटिंग में अमेरिका ने भी अपने प्रतिनिधि भेजे थे.
अलग-अलग देशों के इकट्ठा हुए प्रतिनिधियों ने यहां स्थानीय विधानसभा का भी दौरा किया. चीन अरुणाचल प्रदेश पर भारत की संप्रभुता से इनकार करता रहा है और इसे वन चाइना पॉलिसी के तहत दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता रहा है. हालांकि, चीन ने इस संबंध में आधिकारिक रूप से मीटिंग के खिलाफ विरोध दर्ज किया है, इस बारे में कुछ साफ नहीं है.
चीन भी जी20 में भारत की अध्यक्षता का समर्थक
हालांकि, जी20 में भारत की अध्यक्षता का चीन भी समर्थक रहा है. चीनी विदेश मंत्री किन गैंग पिछले महीने विदेश मंत्रियों की मीटिंग अटेंड करने भारत आए थे. सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन से पहले इससे संबंधित मीटिंग्स देश के अलग-अलग हिस्से में आयोजित किए जा रहे हैं. युनाटइटेड नेशन में भारत की दूत रुचिरा कंबोज ने बताया है कि ज20 से संबंधित कार्यक्रम देश के 28 राज्यों और 8 केंद्रशासित प्रदेशों में आयोजित होंगे.
जम्मू कश्मीर में भी होंगे G20 कार्यक्रम
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जी20 से संबंधित कार्यक्रम देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित किया जाना है. इसका मकसद ग्लोबल नेताओं को भारत की संस्कृति से रू-ब-रू कराना है. मई महीने में जम्मू कश्मीर में कल्चर को लेकर मीटिंग होंगे. यहां मीटिंग के शेड्यूल के बाद पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है. वो चीन और सऊदी अरब तक से यहां श्रीनगर में होने वाली मीटिंग के बॉयकॉट की अपील कर चुका है, और सभी जी20 देशों से भी उसने यही अपील की.
चीन आया पाकिस्तान के समर्थन में
पाकिस्तान का मानना है कि भारत यहां अंतरराष्ट्रीय वैधता के लिए जी20 कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, और यहां मीटिंग को खारिज करने की भी अपील कर चुका है. इस बीच चीन पाकिस्तान के समर्थन में उतरा भी और कहा कि जम्मू कश्मीर में एकतरफा बदलाव से बचनेका अनुरोध किया.