प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे को लेकर दुख जताया है. पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है. इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है.
इस घटना में अब तक 10 बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि 16 से अधिक बच्चे घायल बताए जा रहे हैं. इस हादसे के बाद से उत्तर प्रदेश के सीए योगी आदित्यनाथ लगातार सक्रिय हैं. सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए झांसी के मंडलायुक्त और डीआईजी को 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने को कहा है. दरअसल, इस घटना को लेकर सभी आहत हैं. बसपा चीफ मायावती ने इस घटना पर दुख जताया है.
दोषियों को सख्त कानूनी सजा मिले- मायावती
मायावती ने कहा कि झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत की अति-दुखद घटना से कोहराम और आक्रोश स्वाभाविक है. ऐसी घातक लापरवाही के लिए दोषियों को सख्त कानूनी सजा मिले. ऐसी घटनाओं की भरपाई असंभव है फिर भी सरकार पीड़ित परिवारों की हर प्रकार से मदद जरूर करे.
अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा
वहीं, सपा प्रमुख झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मृत्यु एवं कई बच्चों के घायल होने का समाचार बेहद दुखद एवं चिंताजनक है. अखिलेश ने कहा कि आग का कारण ‘ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर’ में आग लगना बताया जा रहा है. ये सीधे-सीधे चिकत्सीय प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही का मामला है या फिर ख़राब क्वॉलिटी के आक्सीजन कॉन्संट्रेटर का.
इस मामले में सभी जिम्मेदार लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई हो. मुख्यमंत्री जी चुनावी प्रचार छोड़कर, ‘सब ठीक होने के झूठे दावे’ छोड़कर स्वास्थ्य और चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान देना चाहिए, जिन्होंने अपने बच्चे गंवाएं हैं, वो परिवारवाले ही इसका दुख-दर्द समझ सकते हैं. ये सरकारी ही नहीं, नैतिक जिम्मेदारी भी है. आशा है चुनावी राजनीति करनेवाले पारिवारिक विपदा की इस घड़ी में इसकी सच्ची जांच करवाएंगे और अपने तथाकथित स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्रालय में ऊपर-से-नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन करेंगे.
पीड़ित परिवारों को 1-1 करोड़ संवेदना राशि दे सरकार
अखिलेश ने आगे कहा कि रही बात यूपी के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री की तो उनसे कुछ नहीं कहना है क्योंकि उन्हीं के कारण आज उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था की इतनी बदहाली हुई है. संकीर्ण-साम्प्रदायिक राजनीति की निम्न स्तरीय टिप्पणियां करने में उलझे मंत्री जी को तो शायद ये भी याद नहीं होगा कि वो स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री हैं। न तो उनके पास कोई शक्ति है न ही इच्छा शक्ति, बस उनके नाम की तख्ती है. सबसे पहले यूपी भाजपा सरकार समस्त झुलसे बच्चों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराए व जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है, उन समस्त शोक संतप्त परिवारों को 1-1 करोड़ संवेदना राशि दे. गोरखपुर न दोहराया जाए.