नई दिल्ली: लोजपा (LJP) में राजनीतिक विरासत की लड़ाई अब नए मोड़ पर आ गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान Ram Vilas Paswan) के पुत्र चिराग पासवान (Chirag Paswan) सोमवार से अपने पिता के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा का आगाज करेंगे. चिराग ने इस निर्णायक राजनीतिक अभियान के पहले ट्वीट कर पिता को याद किया. चिराग ने लिखा, ‘Happy Birthday Papa Ji, आप की बहुत याद आती है. मैं आप को दिए वादे को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहा हूं. आप जहां कहीं भी हैं मुझे इस कठिन परिस्थिति में लड़ते देख आप भी दुखी होंगे. आप ही का बेटा हूं , हार नहीं मानूंगा. मैं जानता हूँ आपका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ है, Love You Papa Ji’
चिराग के इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे हैं. वो लोजपा में वर्चस्व की लड़ाई की मुहिम में हाजीपुर से यात्रा निकाल रहे हैं, जहां से उनके चाचा पशुपति कुमार पारस सांसद हैं. पारस ने लोजपा के 5 और सांसदों के साथ मिलकर चिराग पासवान को अलग कर दिया है. जबकि चिराग पासवान लोजपा में अपनी पकड़ साबित करने के लिए जद्दोजहद में जुटे हैं.
दरअसल, चिराग पासवान इन दिनों राजनीतिक विरासत की जंग में जुटे हैं. उनके चाचा पशुपति पारस (Pashupati Kumar Paras) ने उन्हें संसदीय दल के नेता पद से हटा दिया है. पारस ने चिराग पासवान को लोजपा के अध्यक्ष पद से भी हटा दिया है. जबकि लोजपा में चिराग पासवान गुट ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर पांचों बागी सांसदों को पार्टी से निकालने का दावा किया है. पार्टी में वर्चस्व की यह जंग चुनाव आयोग तक पहुंच गई है. दोनों ही पार्टियां अपने कब्जे का दावा कर रही हैं.
चिराग पासवान को राजद नेता तेजस्वी यादव का समर्थन मिला है. हालांकि चिराग पासवान अभी खुलकर तेजस्वी के साथ आने का संकेत नहीं दिया है. देखना होगा कि उनकी आशीर्वाद यात्रा को कितनी कामयाबी मिलती है.पासवान समुदाय के वोटर को अपने पाले में खींचने के लिए वो कड़ी मेहनत कर रहे हैं.