पटना: राजनीतिक मोलभाव के माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले जीतनराम मांझी की पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए महागठबंधन में सीटों पर अपनी दावेदारी पेश कर दी है. जीतनराम मांझी की पार्टी ने बिहार के कुल पांच सीटों पर दावा किया है. HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने कहा कि हम के कार्यकर्ता पांच सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए मेहनत कर रहे हैं. हमारी पार्टी चाहती है कि मगध के दो सीट समेत लोकसभा चुनाव में बिहार की पांच सीटों पर चुनाव लड़ें. संतोष सुमन ने कहा कि हालाकि इसपर अंतिम निर्णय महागठबंधन को लेना है. नीतीश सरकार में मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी तैयारिया कर रही है.
पिछले चुनाव में हमने मगध के दो सीट औरंगाबाद और गया से चुनाव लड़ा था. इसके साथ ही शिवहर, सीतामढ़ी और खगड़िया में हम लोग लगातार संगठन को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं. यहां हमने संगठन का विस्तार किया है. जमुई जिले में भी पार्टी के कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव की तैयारी जोरशोर से कर रहे हैं. अब हम यहां चुनाव लड़ते हैं या नहीं यह आनेवाले दिनों में फैसला होगा.
संतोष सुमन का गोलमोल जवाब
महगठबंधन अगर HAM की मांग नहीं मानती है तो क्या महागठबंधन छोड़ देंगे. इस सवाल पर संतोष सुमन ने सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा लोगों के हित के बारे में सोचती है. सीट नहीं मिलने पर गठबंधन तोड़ दें ऐसा नहीं है लेकिन कार्यकर्ताओं का भी ध्यान रखना होता है. बिहार में महागठबंधन की सरकार में 7 पार्टियां शामिल हैं. इसमें जीतनराम की पार्टी हम के भी शामिल हैं. बिहार में हम के चार विधायक हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बेटे नीतीश सरकार में मंत्री है.
जीतनराम मांझी हमेशा गंठबधन में मुखर रहते हैं. कई बार वह अपनी सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठा चुके हैं. मांझी शराबबंदी पर लगातार सवाल उठाते रहे हैं. जीतनराम मांझी ने कहा था कि शराबबंदी के बहाने गरीबों- दलितों पर जुल्म हो रहा है. अमीर लोग शराब पीकर छूट जाते हैं जबकि गरीब लोगों को जेल में बंद कर दिया जाता है. पिछले दिनों जीतनराम मांझी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी. जिसके बाद कहा जा रहा है कि जीतनराम मांझी केंद्र की राजनीति में जाने के लिए पाला बदल सकते हैं.