हैदराबाद के जलसा कार्यक्रम में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ने अपने भाषण के दौरान कहा कि भारत में अगर सब से ज़्यादा किसी की बेइज्जती की जाती है तो वो मुसलमान है. भारत में सबसे ज़्यादा ग़ैर महफ़ूज़ मुसलमान है. उन्होंने कहा कि देश में गौ रक्षकों (Cow Protectors) को जो आज़ादी मिली है वो नहीं मिलनी चाहिए. हम उम्मीद करते है की प्रधानमंत्री अपने लाल क़िले के भाषण में मुल्क के मजलूमो का ज़िक्र करेंगे.
ओवैसी ने भाषण के दौरान कहा कि इतिहास में मुसलमानों का योगदान किसी और से कम नहीं है, हमें साथ मिलकर आजादी का जश्न मनाना है. उन्होंने कहा कि हमारे देश को आजादी तो मिल गई है लेकिन आज भी गरीबी से छुटकारा नहीं पाया जा सका है. आज भी देश में किसानों की आय कम है.
ओवैसी ने कहा कि हमारे लिए आजादी का मतलब कतई नहीं कि गौरक्षकों को कुछ भी करने की आजादी मिल जाए. आज देश में अगर कोई सबसे पिछड़ा है तो मुसलमान है. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन ने आज हमारे 100 sq km पर कबजा कर लिया है लेकिन कोई आवाज उठाने वाला नहीं है. सब मिलकर रहेंगे तभी इस देश का विकास होगा लोग खुशहाल होंगे.
भूमिका मिटाने की है कोशिश
ओवैसी ने कहा कि एक तरफ जब पूरा देश आजादी के 75वां साल मना रहा है, वहीं दूसरी तरफ फासीवादी और सांप्रदायिक ताकतें चाहती हैं कि देश की आजादी की जो लड़ाई मुसलमानों ने लड़ी है उसे खत्म कर दिया जाए. ये ताकतें इतिहास को विकृत करने की कोशिश कर रही हैं ताकि या तो आजादी की लड़ाई में मुसलमानों की भूमिका को मिटाया जा सके या इसे नजरअंदाज किया जा सके.