कर्नाटक विधानसभा चुनाव की वोटिंग से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. ये मांग आचार संहिया उल्लंघन को लेकर की गई है. इससे पहले बीजेपी ने सोनिया गांधी के संप्रभुता वाले बयान पर बीजेपी ने चुनाव आयोग से शिकायक कर कार्रवाई करने के लिए कहा था, जिसके बाद आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को नोटिस जारी कर जवाब मांगा.
कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने शिकायत पत्र को ट्वीट भी किया. उन्होंने पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किए गए वीडियो मैसेज और बीजेपी नेताओं के लाइव इंटरव्यू का जिक्र किया है. कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आयोग को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए और पीएम मोदी के अलावा, अमित शाह, जेपी नड्डा, योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए.
कांग्रेस का कहना है कि अगर इन नेताओं को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 126 के तहत दोषी ठहराया जाता है, तो ये संसद के साथ-साथ विधानसभा में अपनी संबंधित सदस्यता से अयोग्य हो जाएंगे. विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले कर्नाटक में बीजेपी सरकार की वापसी की पुरजोर वकालत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि पिछले कुछ दिनों में राज्य में उन्हें जो स्नेह मिला है, वह अद्वितीय है और इससे संकल्प मजबूत हुआ है.
क्या प्रधानमंत्री के लिए लागू होता है कोई कानून- कांग्रेस ने पूछा
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कड़े शब्दों में कहा है कि पीएम मोदी की ओर से चुनावी कानूनों और आचार संहिता की कथित अवहेलना की जा रही है, जिसको लेकर चुनाव निकाय को “लिटमस टेस्ट” का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने सवाल किया क्या प्रधानमंत्री पर कानून लागू होता है भी या नहीं. इस मामले पर चुनाव आयोग के लिए अग्नि परीक्षा है. दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मुख्य लड़ाई बीजेपी बनाम कांग्रेस रही है. दोनों ही दिग्गज राजनीतिक पार्टियों ने सत्ता हासिल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. एक-दूसरे के ऊपर जमकर आरोप प्रत्यारोप लगाए हैं. राज्य में बुधवार यानि कल मतदान होना है और वोटों की गिनती 13 मई को की जाएगी.