देश इस 15 अगस्त को भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है. इस खास अवसर पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को लेकर भी तैयारी जोर-शोर से चल रही है. इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि तिरंगा फहराना अनिवार्य नहीं किया जाना चाहिए. अगर कोई खुद से तिरंगा फहराना चाहे तो उसे आजादी है. केवल तिरंगा फहराना ही देश भक्ति नहीं है.
सपा सांसद बर्क के इस बयान पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उनको लिए ये नई बात नहीं है, हर ऐसे मौके पर वे ऐसे उलटे बयान देते रहे हैं. ऐसे लोगों पर क्या टिप्पणी की जाए. ऐसे लोगों को सिर्फ सिरफिरे की परिभाषा दी जा सकती है.
शफीकुर्रहमान बर्क अपने बयानों को लेकर पहले भी चर्चा में रहे हैं. उन्होंने पिछले दिनों जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कानून लाए जाने की मांगों पर कहा था कि बच्चा पैदा करने का ताल्लुक अल्लाह से है, इंसान से नहीं है. उन्होंने कहा था कि अगर सरकार फिर भी कानून लाना चाहती है तो इसकी जगह पर बच्चों की तालीम पर ध्यान देना चाहिए.
इससे पहले शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबान पर कब्जे की तुलना भारत में ब्रिटिश राज से कर दी थी. उन्होंने तालिबान की तारीफ करते हुए कहा था कि इस संगठन ने रूस, अमेरिका जैसे ताकतवर मुल्कों को अपने देश में ठहरने नहीं दिया. हालांकि अगले दिन बर्क अपने बयान से पलट गए थे विवाद के बाद उन्होंने कहा कि हम अपने देश की सरकार के साथ हैं.