प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जयपुर में पुलिस महानिदेशकों, और महानिरीक्षकों (DG-IG) के अखिल भारतीय सम्मेलन को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कॉन्फ्रेंस में भारतीय नौसेना के उस ऑपरेशन की सराहना की जिसमें समुद्र में करीब 2000 किलोमीटर दूर हाईजैक किए गए एक मर्चेंट शिप को अपहरणकर्ताओं से सुरक्षित बचाया. इसके साथ-साथ उन्होंने आदित्य एल1 की सफलता के लिए इसरो और वैज्ञानिकों की भी सराहना की.
पीएम मोदी ने कहा कि नौसेना ने दो दिन पहले बहुत ही साहसी ऑपरेशन को अंजाम दिया. अरब सागर आगे बढ़ रहे एक मर्चेंट जहाज के जैसे ही संकट में होने का संदेश मिला वैसे ही नौसेना एक्टिव हो गई. इस जहाज पर 21 लोग थे जिसमें 15 भारतीय भी थी. नौसेने ने समुद्र में करीब 2000 किलोमीटर दूर जाकर सभी को संकट से बाहर निकाला.
डंडा के बजाय डेटा के साथ काम करने की जरूरत
पीएम मोदी ने इन बड़े अधिकारियों से कहा कि पुलिस को अब डंडा के साथ काम करने के बजाय डेटा के साथ काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए, भारतीय पुलिस को खुद को एक आधुनिक और विश्व स्तरीय पुलिस बल में बदलने पर जोर देना होगा. कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने हाल ही में एक ऑपरेशन को लेकर नौसेना की तारीफ की.
पीएम ने कहा कि नए प्रमुख आपराधिक कानूनों का अधिनियमन आपराधिक न्याय प्रणाली में एक आदर्श बदलाव है. नए आपराधिक कानून ‘नागरिक पहले, गरिमा पहले और न्याय पहले’ की भावना से बनाए गए हैं. प्रधानमंत्री ने इशके साथ-साथ पुलिस से महिला सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने को कहा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महिलाएं निडर होकर कभी भी और कहीं भी काम कर सकें.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल की अपील
उन्होंने पुलिस को सोशल मीडिया मंच का बढ़ चढ़कर उपयोग करने की अपील की. पीएम ने कहा कि जनता के हित में पुलिस स्टेशनों को सकारात्मक जानकारी और संदेश प्रसारित करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करना चाहिए. जयपुर में तीन दिनों तक चले डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस का आज आखिरी दिन था.
‘सीमावर्ती गावों में रहें अधिकारी’
कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने अधिकारियों से नागरिकों के बीच में पुलिस की सकारात्मक छवि को सुदृढ़ करने पर भी जोर दिया. इसके लिए उन्होंने आम जनता और पुलिस के बीच संबंध को मजबूत करने के लिए विभिन्न खेल कार्यक्रमों के आयोजन का भी सुझाव दिया. इसके साथ-साथ सरकारी अधिकारियों से स्थानीय आबादी के साथ बेहतर जुड़ाव स्थापित करने के लिए सीमावर्ती गांवों में रहने का भी आग्रह किया.