महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना (शिंदे) ने पंजाब में बीजेपी से अलग चलने का फैसला लिया है. शिवसेना (शिंदे) की पंजाब यूनिट के द्वारा पंजाब के 9 लोकसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है. अमृतसर से राजेंद्र शर्मा, पटियाला से एडवोकेट दविंदर राजपूत, फतेहगढ़ साहिब से हरगोविंद सिंह, लुधियाना से कुलदीप शर्मा, श्री आनंदपुर साहिब से रामनाथ, भटिंडा से अंकुश जिंदल, फिरोजपुर से उमेश कुमार, फरीदकोट से मंगतराम, गुरदासपुर से अमित अग्रवाल को चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया गया है.
एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना से नाता तोड़कर महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है. एकनाथ शिंदे को बीजेपी ने महाराष्ट्र का सीएम बनाया है. शिंदे गुट की शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है.
लेकिन पंजाब में शिवसेना शिंदे से अलग राह पकड़ी है और अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. यानी पंजाब में शिवसेना शिंदे और भाजपा के उम्मीदवार एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. हालांकि शिवसेना शिंदे का पंजाब पर प्रभाव बहुत ही कम है.
बीजेपी की स्टार प्रचारकों की सूची से शिंदे-पवार का नाम हटा
दूसरी ओर, महाराष्ट्र में बीजेपी के स्टार प्रचारकों की सूची से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमु ख्यमंत्री अजित पवार का नाम हटा दिया गया है. शरद पवार गुट की आपत्ति के बाद चुनाव आयोग ने बीजेपी को पत्र भेजकर जवाब मांगा था. जिसके बाद बीजेपी ने ये बड़ा फैसला लिया है. इस पत्र में चुनाव आयोग ने कहा था कि कोई भी राजनीतिक दल अपने स्टार प्रचारकों की सूची में दूसरे दलों के नेताओं का नाम शामिल नहीं कर सकता है. तब बीजेपी ने ये फैसला लिया.
बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 40 स्टार प्रचारकों की सूची चुनाव आयोग को दी थी. इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने भी चुनाव आयोग को एक पत्र दिया. अरुण सिंह ने पत्र में कहा था, जब तक हम संशोधित सूची नहीं भेजते, तब तक इस सूची को महाराष्ट्र के चौथे और पांचवें चरण के चुनाव के लिए वैध माना जा सकता है.