दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टिल्लू ताजपुरिया हत्या मामले में गुरुवार को एक बार फिर तिहाड़ जेल पहुंची थी. यहां पुलिस ने आरोपियों के साथ क्राइम सीन को रिक्रिएट किया. वहीं इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जेल में बंद चवन्नी और अताउर रहमान नाम के दो कैदियों को गिरफ्तार किया है. अताउर रहमान पर आरोप है कि उसने हत्या में इस्तेमाल धारदार हथियार को ठिकाने लगाने में आरोपियों की मदद की थी. तो वहीं दूसरे आरोपी चवन्नी ने सीसीटीवी कैमरे पर चादर ढकी थी. जिससे की आरोपी सीसीटीवी कैमरे की नजर से बच सके.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल भी इस दौरान मौजूद रहे. वो जेल नंबर 8 और 9 में गए ये वो ही जेल है जहां से कूदकर हमलावरों ने टिल्लू की हत्या को अंजाम दिया था. कमिश्नर ने इस जेल नबंर में जाकर खुद हत्याकांड की जांच की. मौके पर फॉरेंसिक टीम भी मौजूद थी, जिन्होंने जांच कर इस केस से जुड़े तथ्यों को निकाला और सबूत जुटाए.
टिल्लू की हत्या की प्लानिंग 2 साल पहले ही हो गई थी
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कई राज खोले हैं उसमें से एक ये है कि टिल्लू की हत्या की प्लानिंग चंद महीने पहले नहीं बल्कि 2 साल पहले कर ली गई थी. आरोपी 2 साल पहले टिल्लू को रास्ते से हटाना चाहते थे, लेकिन उस समय ये संभव नहीं हो सका. इसका कारण ये रहा कि उस समय दोनों तरफ के गैंगस्टर को अलग-अलग जेलों में बंद कर दिया गया था. जिस वजह से आरोपी टिल्लू की हत्या करने में नाकामयाब हो गए, लेकिन एक बार फिर जब तिहाड़ में मौका मिला तो प्लानिंग कर उसकीहत्या कर दी.
बता दें कि गोगी गैंग के गैंगस्टरों ने 2 मई को टिल्लू ताजपुरिया की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी थी. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. जिसके बाद तिहाड़ जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर जमकर सवाल उठे