BJP को बड़का झूठा पार्टी बताने वाले तेजस्वी यादव ने अब बीजेपी को झूठ की फैक्ट्री कहा है. दरअसल बिहार में जहरीली शराब से 42 लोगों की मौक के बाद नीतीश कुमार ने 2016 के बाद जहरीली शराब पीकर मरने वाले लोगों के परिवार को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है. सीएम नीतीश कुमार के ऐलान के बाद बीजेपी नेताओं ने कहा कि बीजेपी के दबाव में नीतीश कुमार ने यह फैसला लिया है. बीजेपी लगातार मुआवजे की मांग कर रही थी. बुधवार को तेजस्वी यादव से जब इस बावत सवाल किया गया तो उन्होंने बीजेपी को झूठ बोलने वाली फैक्ट्री बता दिया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी के नेता तो कुछ भी बोलते रहे हैं. बीजेपी का मतलब ही बड़का झूठा पार्टी है. यह हर बात झूठ बोलती है.बीजेपी झूठ बोलने का फैक्ट्री है. यह मैनूफैक्चरर है हॉल सेलर है साथ में खुद झूठ बोलने का डिस्ट्रीब्यूटर भी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों को झूठ बोलने की आदत है.
मोतिहारी में थम नहीं रहा है मौत का आंकड़ा
बता दें कि बिहार के मोतिहारी में जहरीली शराब पीने से 42 लोगों की मौत हो गई है. जिले के पांच थाना क्षेत्र तुरकौलिया, रघुनाथपुर, सुगौली, हरसिद्धि और पहाड़पुर में शक्रवार को बड़ी संख्या में लोगों ने जहरीली शराब का सेवन किया था जिसके बाद 42 लोगों की मौत हो गई. जहरीली शराब से मौत के बाद बीजेपी महागठबंदन सरकार पर हमलावर थी. बीजेपी ने बिहार में शराबबंदी को फेल बताते हुए मोतिहारी में लोगों की मौत को नरसंहार बताया था और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की थी.
जहरीली शराब से मौत के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया और 2026 के बाद जहरीली शराब पीकर मरने वाले लोगों के परिवार को चार-चार लाख रुपए देने का ऐलान किया था. सीएम नीतीश कुमार ने इससे पहले कहा था कि जो पियेगा वह मरेगा मुआवजा किस बात की. दरअसल पिछले साल सारण में जहरीली शराब पीने से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. बीजेपी ने तब भी इसे नरसंहार कहा था और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की थी. इसके बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में दो टूक बयान दिया था शराब खराब चीज है. बिहार में शराबबंदी है. इसके बाद भी जो पियेगा वह मरेगा मुआवजा किस बात का.
जहरीली शराब से मौत के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया और 2026 के बाद जहरीली शराब पीकर मरने वाले लोगों के परिवार को चार-चार लाख रुपए देने का ऐलान किया था. सीएम नीतीश कुमार ने इससे पहले कहा था कि जो पियेगा वह मरेगा मुआवजा किस बात की. दरअसल पिछले साल सारण में जहरीली शराब पीने से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. बीजेपी ने तब भी इसे नरसंहार कहा था और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की थी. इसके बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में दो टूक बयान दिया था शराब खराब चीज है. बिहार में शराबबंदी है. इसके बाद भी जो पियेगा वह मरेगा मुआवजा किस बात का.