प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यूपी के संभल पहुंच रहे हैं. वह आज सवेरे कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास करेंगे. कल्कि भगवान को कलयुग में भगवान का अवतार माना जाता है. यह मंदिर पूर्व कांग्रेसी नेता आचार्य प्रमोद कृष्ण का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इस मंदिर के शिलान्यास के लिए पीएम मोदी से मिल कर आचार्य प्रमोद ने निमंत्रण दिया था. जिसे प्रधानमंत्री ने सहर्ष स्वीकार कर लिया था. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने आचार्य प्रमोद को पार्टी से बाहर कर दिया गया.
वह कांग्रेस में रह कर कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं. राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भी उन्होंने पार्टी लाइन से हट कर बयान दिया था. वह 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन के मौके पर अयोध्या भी गए थे. आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के टिकट पर लखनऊ से पिछली बार लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं. कांग्रेस में वह दिग्विजय सिंह और सचिन पायलट जैसे बड़े नेताओं के करीबी माने जाते थे. एक दौर में वे प्रियंका गांधी के राजनीतिक सलाहकार भी रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभल के दौरे को राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. उन्होंने खुद सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर संभल जाने की जानकारी दी है. इस पोस्ट के जवाब में आचार्य प्रमोद कृष्ण ने लिखा है अपलक प्रतीक्षा में. पीएम नरेंद्र मोदी आज यूपी के जिस इलाके में जा रहे हैं, वहां पिछली बार बीजेपी अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी.
संभल में हारी थी बीजेपी
यूपी का संभल जिला मुरादाबाद मंडल में पड़ता है. इस मंडल में लोकसभा की छह सीटें हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी इन सभी छह सीटों पर हार गई थी. पार्टी का खाता तक नहीं खुल पाया था. लोकसभा के 2019 के चुनाव में बीजेपी के खिलाफ समाजवादी पार्टी की बीएसपी और आरएलडी के साथ गठबंधन था. इस गठबंधन ने सभी छह सीटें जीत ली थी. इनमें से तीन लोकसभा सीटें समाजवादी पार्टी के हिस्से में आई थीं. मुरादाबाद से डॉक्टर एस टी हसन और संभल से शफीकुर्रहमान बर्क सांसद बने. रामपुर से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान चुनाव जीत गए. अदालत से सजा मिलने के बाद अब आजम खान चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. बाद में हुए उपचुनाव में बीजेपी ने रामपुर की सीट जीत ली. जबकि बाकी तीन लोकसभा सीटों पर बीएसपी के उम्मीदवार जीते थे.
आरएलडी के साथ बीजेपी का गठबंधन
अमरोहा से बीएसपी के दानिश अली चुनाव जीते. जिन्हें कुछ ही महीनों पहले मायावती ने पार्टी से बाहर कर दिया है. अब वे कांग्रेस से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. बिजनौर लोकसभा सीट से मलूक नागर सांसद चुने गए. बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीते नागर इस बार आरएलडी से चुनाव लड़ना चाहते हैं. इसी जिले की नगीना सुरक्षित सीट पर बीएसपी के गिरीश चंद्र जाटव की जीत हुई. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने चार सांसदों को चुनाव में उतारा था. पर सब हार गए. लोकसभा के 2014 के चुनाव में बीजेपी ने मुरादाबाद की सभी सीटें जीत ली थी.
इस बार बीजेपी इसी प्रदर्शन को दोहराने की तैयारी में है. यूपी के लिए बीजेपी का मिशन 75 प्लस है. तभी तो चार सौ पार का एजेंडा पार्टी का पूरा हो सकता है. इस बार जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी के साथ बीजेपी का गठबंधन हो रहा है. बीजेपी का इरादा मुरादाबाद मंडल की सभी लोकसभा सीटें जीतने का है. बीएसपी के अकेले लड़ने से विपक्ष के वोटों के बंटवारे का फायदा भी बीजेपी के हो सकता है. प्रधानमंत्री के आज के दौरा से पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश हाई है. पीएम नरेंद्र मोदी का ये दौरा बीजेपी के लिए लकी साबित हो सकता है.