राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं. इस बार के चुनाव में बीजेपी को सत्ता पलट की तो दूसरी ओर कांग्रेस को रिवाज बदलने की उम्मीद है. चुनाव में इस बार कई नेता हैं ऐसे हैं जिन पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है. इनमें से एक राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी हैं. गहलोत अपनी पसंदीदा सीट सरदारपुरा से मैदान में हैं. पहले भी वो इसी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ते रहे हैं और जीत हासिल भी करते रहे हैं.
सरदारपुरा में गहलोत का मुकाबला बीजेपी के प्रोफेसर महेंद्र सिंह राठौर से है. राठौर भी कोई छोटे-मेटे नेता नहीं है. राज्य बीजेपी में उनकी गिनती दिग्गज नेताओं में होती है. राठौर जोधपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. राज्य की राजनीति में अच्छी खासी पकड़ भी रखते हैं. हालांकि, यह बात भी सही है कि गहलोत से उनकी तुलना नहीं की जा सकती है.
राज्य की राजनीति में कदम रखने से पहले गहलोत संसदीय का चुनाव लड़ते थे. गहलोत जोधपुर शहर से पांच बार सांसद रह चुके हैं, इसके बाद भी विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने सरदारपुरा सीट को पसंदीदा सीट बनाया हुआ है. वो अब तक पांच बार यहां से विधायक भी चुने जा चुके हैं. छठी बार वो मैदान में हैं.
सीट जीतने के साथ वापसी का जिम्मा भी गहलोत पर
पिछले कई दशकों से राजस्थान में एक ट्रेंड है कि वहां हर पांच साल पर सत्ता बदल जाती है. ऐसे में गहलोत के सामने भी मुश्किल कम नहीं है. अपनी सीट जीतने के साथ-साथ राजस्थान में कांग्रेस को जीत दिलाने का जिम्मा भी उन्हीं के कंधों पर है.
जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान की 200 में से 199 सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए इस बार 1862 उम्मीदवार मैदान में हैं. राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या सवा पांच लाख के आसपास है. इस बार 18-30 आयु वर्ग के करीब 18 लाख युवा मतदाता शामिल हैं.