बिहार: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार सेना भर्ती की नई स्कीम को लेकर घिरती नजर आ रही है. एक ओर जहां लगातार देशभर में अग्निपथ योजना का विरोध हो रहा है. इसी बीच कुछ छात्र संगठनों ने बिहार बंद (Bihar Bandh) का आह्वान किया है. छात्र संगठनों ने अग्निपथ योजना के विरोध में आज बिहार बंद का ऐलान किया है. जिसमें लेफ्ट के साथ ही महागठबंधन के दलों ने छात्र संगठनों का समर्थन किया है.
बिहार में सेना में चार साल की सेवा की नई योजना के विरोध में महागठबंधन के कई दल छात्रों और युवाओं के समर्थन में उतर गए हैं. अग्निपथ योजना के विरोध में आइसा के साथ ही सेना भर्ती जवान मोर्चा और रोजगार संघर्ष संयुक्त मोर्चा ने बिहार बंद का आह्वान किया है. सेना में चार साल सेवा के बाद रिटायरमेंट दिए जाने वाली इस योजना को वापस लिए जाने के लिए छात्र संगठनों ने सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम तक दिया है.
छात्र संगठन के समर्थन में आई आरजेडी
छात्र संगठनों के अनुसार सरकार अपनी इस स्कीम वापस नहीं लेती है तो उनके प्रदर्शन अगले स्तर पर पहुंच जाएंगे. जिस दौरान वह बिहार बंद के बाद भारत बंद का ऐलान कर सकते हैं. वहीं आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का कहना है कि वह बिहार बंद के इस आह्वान को नैतिक तौर पर समर्थन कर रहे हैं.
बिहार के 22 जिलों में हो रहा प्रदर्शन
देश में अग्निपथ योजना का सबसे ज्यादा विरोध बिहार में देखा जा रहा है. बिहार के लगभग 22 जिलों में लगातार तीसरे दिन अग्निपथ योजना के विरोध में अपना प्रदर्शन जारी रखते हुए छात्रों और हजारों की तादाद में युवाओं ने रेलवे को निशाना बनाया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आठ ट्रेनों का आग के हवाले कर दिया.
प्रदर्शन से रेलवे को हुआ 40 करोड़ का नुकसान
फिलहाल देशभर में अग्निपथ योजना(Agneepath Scheme) के विरोध में हुए प्रदर्शन के कारण सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय रेलवे (Indian Railway) को उठाना पड़ रहा है. अब तक 340 ट्रेनें प्रभावित होने के कारण रेलवे को तकरीबन 40 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है. इसी बीच बिहार(Bihar) के 12 जिलों में 19 जून तक इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है.