दिल्ली: राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) गुरुवार को अपने गृह राज्य ओडिशा (Odisha) से दिल्ली पहुंचीं. राष्ट्रपति पद के लिए मुर्मू आज अपना नामांकन दाखिल करने वाली हैं. नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले ही दिल्ली पहुंचकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जे पी नड्डा (JP Nadda) से भेंट की. झारखंड की पूर्व राज्यपाल 64 वर्षीय मुर्मू शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल करेंगी. नामांकन के दौरान ओडिशा की सत्ताधारी बीजू जनता दल (BJD) के प्रतिनिधि के रूप में राज्य सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहेंगे. बीजद ने मुर्मू की उम्मीदवारी का समर्थन किया है.
NDA की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए मुर्मू की ओर से प्रधानमंत्री मोदी मुर्मू के नामांकन पत्र में पहले प्रस्तावक होंगे. भाजपा अध्यक्ष नड्डा सहित पार्टी के अन्य शीर्ष नेता भी प्रस्तावकों में शामिल रहेंगे. केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रह्लाद जोशी के आवास पर प्रस्तावक और समर्थक के तौर पर दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए मुर्मू की उम्मीदवारी की देश भर में तथा समाज के सभी वर्गों द्वारा सराहना की जा रही है. उन्होंने ट्विटर पर इस मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं.
मुर्मू के अनुभव का लाभ पूरा देश लेगा
मोदी ने कहा, “द्रौपदी मुर्मू जी से मुलाकात की. राष्ट्रपति पद के लिए उनकी उम्मीदवारी की देश भर में और समाज के सभी वर्गों द्वारा सराहना की जा रही है. जमीनी समस्याओं के प्रति उनकी समझ और भारत के विकास को लेकर उनकी दृष्टि उत्कृष्ट है.” इसके बाद मुर्मू ने शाह, नड्डा और राजनाथ सिंह के अलावा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की. शाह ने एक ट्वीट में कहा, “राजग की ओर से राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू जी से भेंट कर उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दीं. उनके नाम की घोषणा से ही जनजातीय समाज अत्यंत गौरव की अनुभूति कर रहा है. मुझे विश्वास है कि उनके प्रशासनिक व सार्वजनिक अनुभव का लाभ पूरे देश को मिलेगा.”
देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति
राजनाथ ने मुर्मू से मुलाकत के बाद एक ट्वीट में कहा, “राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से भेंट कर उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी. उनका जीवन समाज के निर्बल वर्गों के सशक्तिकरण के प्रति समर्पित रहा है. मुझे विश्वास है कि वे देश और समाज को और मज़बूत करने में प्रभावी भूमिका निभायेंगी.” शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने के बाद मुर्मू अपना चुनावी अभियान आरंभ करेंगी. वह देश भर का दौरा कर विभिन्न राजनीति दलों के नेताओं से मुलाकात कर चुनाव में समर्थन की गुजारिश करेंगी. आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो मुर्मू की जीत की संभावना प्रबल है. यदि वह जीत जाती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी.
सीएम पटनायक की जगह जगन्नाथ सारका आएंगे नामांकन में
इस बीच, भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से फोन पर बात की और उनसे मुर्मू द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किए जाने के दौरान उपस्थित रहने का आग्रह किया. चूंकि पटनायक इटली के दौरे पर हैं, इसलिए उन्होंने अनुपलब्धता के लिए खेद जताते हुए अपने मंत्रिमंडल के दो सहयोगियों, जगन्नाथ सारका और टुकुनी साहू को मुर्मू के नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करने और नामांकन के दौरान मौजूद रहने को कहा है. सारका पटनायक मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति और जनजाति विकास मंत्री हैं जबकि टुकुनी साहू के पास जल संसाधन, वाणिज्य और परिवहन मंत्रालय का जिम्मा है.
सीएम पटनायक ने किया ट्वीट
पटनायक ने एक ट्वीट में कहा, “भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के संदर्भ में मुझसे बात की. मेरे मंत्रिमंडल के सहयोगी जगन्नाथ सारका और टुकुनी साहू आज नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे और कल नामांकन कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.” इसके बाद, सारका और साहा केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के दिल्ली स्थित आवास पहुंचे और उन्होंने नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर बीजद के नेता सस्मित पात्रा भी वहां मौजूद थे. सारका और साहू के अलावा नामांकन के दौरान बीजद के 22 में से कम से कम 10 विधायक भी मौजूद रहेंगे. मुर्मू की उम्मीदवारी का मेघालय जनतांत्रिक गठबंधन (एमडीए) ने भी समर्थन करने की घोषणा की है. इस बारे में अंतिम फैसला जल्द ही गठबंधन सहयोगियों की एक बैठक में किया जाएगा.
एमडीए के निलंबित विधायक भी कर सकते हैं मुर्मू को वोट
एमडीए का समर्थन करने के लिए निलंबित किए गए कांग्रेस के पांच विधायक भी मुर्मू के पक्ष में मतदान कर सकते हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के आनुषांगिक संगठन अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाये जाने के निर्णय को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए सभी दलों से उन्हें सर्वसम्मति से निर्वाचित करने की अपील की. संगठन ने सभी दलों से कहा कि मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिये निर्वाचित करके वे जनजातीय समुदाय के सर्वांगीण प्रगति को लेकर प्रतिबद्धता जताएं. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से आह्वान किया कि मुर्मू जब शुक्रवार दोपहर 12 बजे अपना नामांकन पत्र भरेंगी, उस वक्त वे अपने-अपने जिला केंद्रों एवं गांवों में मिठाई बांटकर, ढोल बजाकर और नाच-गाकर खुशियां मनाएं.
ये पूरे भारत के आदिवासी समाज का सम्मान
मुर्मू को उम्मीदवार बनाने पर भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में आयोजित ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं राष्ट्रीय नेतृत्व को आभार’ कार्यक्रम में चौहान ने कहा, “आज मैं, अंतरात्मा से प्रसन्न हूं. इतना आनंदित हूं कि आप कल्पना नहीं कर सकते” इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा एवं कई आदिवासी लोगों सहित गणमान्य लोग शामिल थे. चौहान ने कहा, “एक नई क्रांति हो रही है, जो समाज और विकास की दौड़ में सबसे पीछे व सबसे नीचे रह गए थे; उन्हें विकास की दृष्टि से तो ऊपर लाया ही जा रहा है. साथ ही मान, सम्मान और इज्जत देकर देश का भाग्य, भविष्य बनाने का मौका दिया जा रहा है.” उन्होंने कहा, “यह केवल द्रौपदी मुर्मू जी का सम्मान नहीं है. यह भारत के आदिवासी समाज का सम्मान है. यह मध्यप्रदेश के दो करोड़ आदिवासी भाइयों और बहनों का सम्मान है. हमारे समाज से हमारी बहन राष्ट्रपति बनेंगी.”
दिल्ली में बीजेपी नेताओं ने किया स्वागत
इससे पहले, मुर्मू (Droupadi Murmu) के दिल्ली (Delhi) पहुंचने पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta), पार्टी के सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari)और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) सहित कई नेताओं ने हवाई अड्डे (Airport) पर उनका स्वागत किया. वह यहां ओडिशा भवन में ठहरी हैं. राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना होने से पहले ओडिशा में एक संक्षिप्त बयान में मुर्मू ने कहा था, “मैं सभी का धन्यवाद करती हूं और सभी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए सहयोग मांगती हूं. मैं 18 जुलाई से पहले सभी मतदाताओं (सांसदों) से मिलूंगी और उनका समर्थन मांगूंगी.” राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा. वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.