कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) को शुरु हुए आज सात दिन बीत चुके हैं. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि आज इस अभियान को शुरु हुए सात दिन पूरे हो गए हैं. इस दौरान अभी तक 150 किमी की यात्रा पूरी की जा चुकी है. पदयात्रा के दौरान शाम के समय भारी जनसमर्थन देखने को मिला. उन्होंने कहा कि कल एक दिन का आराम करने के बाद उसके अगले दिन से कोल्लम से फिर से इस पदयात्रा की शुरूआत की जाएगी.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को केरल के शिवगिरी मठ में प्रसिद्ध दार्शनिक और समाज सुधारक श्री नारायण गुरु को श्रद्धांजलि देकर आध्यात्मिक रूप से भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी. इस दौरान राहुल गांधी ने शिवगिरी मठ के स्वामियों से मुलाकात की और कांग्रेस पार्टी के 3,570 किलोमीटर और 150 दिन लंबे पदयात्रा के केरल चरण के चौथे दिन की शुरुआत करने से पहले संत सुधारक से प्रार्थना की. बता दें कि कांग्रेस की यह पदयात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई है, जो जम्मू-कश्मीर में जाकर समाप्त होगी.
राहुल ने शिवगिरी मठ का दौरा किया
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘पदयात्रा शुरु होने से पहले राहुल गांधी ने श्री नारायम गुरु की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सबसे पवित्र शिवगिरी मठ का दौरा किया. जिन्होंने लाखों लोगों को सशक्त बनाया और गांधी और अम्बेडकर पर बहुत प्रभाव डाला. वह एक सामाजिक क्रांतिकारी थे जो हमेशा प्रेरणादायी रहते हैं.”
एक दिन बाद कोल्लम से शुरु होगी यात्रा
बता दें कि आज यहां सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर नवाइकुलम जंक्शन से पदयात्रा की शुरुआत की गई. दिन में यात्रा का पहला चरण कोल्लम के चथन्नूर में रुका और वहां से शाम 4.30 बजे फिर से यात्रा की शुरूआत की गई. पदयात्रा शाम को कोल्लम के पल्लीमुक्कू जंक्शन पर एक दिन के लिए रुकेगी. एक दिन आराप करने के बाद उसके अगले दिन कोल्लम से एक बार फिर से यात्रा की शुरुआत की जाएगी.
कांग्रेस पार्टी की150-दिवसीय पैदल यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और यह 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी. यह यात्रा केरल में 10 सितंबर की शाम पहुंची थी. इस यात्रा के तहत राज्य में 19 दिनों की अवधि में सात जिलों से होते हुए 450 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. इसके बाद यह यात्रा एक अक्टूबर को कर्नाटक पहुंचेगी.