AAP का आरोप, दिल्ली में पीएम उदय योजना में रजिस्ट्री के लिए ली जा रही 1-1 लाख रुपये की रिश्वत

डीडीए (DDA) की बैठक में एलजी विनय कुमार सक्सेना (LG VK Saxena)के सामने आम आदमी पार्टी (AAP)के विधायक  और DDA सदस्य सोमनाथ भारती (Somnath Bharti)ने पीएम उदय योजना (PM Uday Yojana) की रजिस्ट्री में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया. सोमनाथ भारती ने कहा कि  पीएम उदय योजना में रजिस्ट्री के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत ली जा रही है. डीडीए में भ्रष्टाचार करके दिल्ली की जनता के साथ ठगी हो रही है. बैठक में एलजी से भारती ने मांग की है कि इसमें हुए भ्रष्टाचार की पूरी जांच एक निष्पक्ष तरीके से की जाए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

डेढ़ सौ करोड़ रुपये की हुई है हेराफेरी

सोमनाथ भारती ने कहा-पीएम उदय योजना में डीडीए के 41 स्क्वायर मीटर प्लॉट का नियम के हिसाब से 800 रुपये चार्ज नहीं किया, बल्कि 3 हजार रुपये चार्ज किया गया है. इतना ही नहीं, एक लाख रुपए अलग से रिश्वत ली गई है. ऐसे में अगर 15 हजार रजिस्ट्री की गई तो कम से कम डेढ़ सौ करोड़ रुपये की गड़बड़ी की गई है.

सोमनाथ भारती ने कहा-दिल्ली के लैंडमाफिया, जिसमें बड़े-बड़े नेता भी शामिल हैं, ने खाली सरकारी जमीन को भी पीएम उदय योजना के नाम पर रजिस्टर करा दिया. अब 364 ऐसे प्लॉट्स की डीडीए ने पहचान की है जो सरकारी जमीन पर रजिस्टर थे, अब उन्हें कैंसिल कराया जा रहा है.

ऐसे तो रजिस्ट्री में 160 साल लग जाएंगे

विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि 50 लाख लोगों को फायदा पहुंचाने के नाम पर पूरे दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो के साथ होर्डिंग लगाए गए थे और कहा गया कि 1731 अनाधिकृत कॉलोनियों में करीब 8 लाख घर हैं. उन सभी को रेगुलराइज कर रजिस्ट्री कराएंगे. अब 3 साल गुजर चुके हैं और डीडीए के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अभी तक 8 लाख में से सिर्फ 15 हजार ही रजिस्ट्री करके दी गई है. मैंने एलजी से भी यह बात कही कि इस गति से तो सभी को रजिस्ट्री देने में 160 साल लगेंगे.

ये था डीडीए का प्लान

सोमनाथ भारती ने कहा कि डीडीए के तीन प्लान थे, जिसमें 100 स्क्वायर मीटर से नीचे वाले मकान के साइज का रजिस्ट्रेशन कॉस्ट 800 रुपये है.100 स्क्वायर मीटर से ज्यादा लेकिन ढाई सौ स्क्वायर मीटर से कम है उसका रजिस्ट्रेशन कॉस्ट 1 हजार रुपये है. तो वहीं ढाई सौ स्क्वायर मीटर से ज्यादा वाले का रजिस्ट्रेशन कॉस्ट ढाई हजार रुपये और इसके अलावा जीएसटी.  41 स्क्वायर मीटर का DDA ने 800 रुपये नहीं, 3 हजार रुपये चार्ज किया है.

हर रजिस्ट्री के लिए ली गई एक लाख की रिश्वत

विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि हर रजिस्ट्री के साथ डीडीए के अधिकारी ने कम से कम 1 लाख रुपये की रिश्वत ली है. इस प्रकार के दो सेंटर है, जिसमें एक लक्ष्मी नगर पीएम उदय प्रोसेसिंग सेंटर है और दूसरा पीएम उदय प्रोसेसिंग सेंटर मुनिरका है. लक्ष्मी नगर पीएम उदय प्रोसेसिंग सेंटर में पंकज तोमर को सीबीआई ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. वहीं, पीएम उदय प्रोसेसिंग सेंटर मुनेरका में डीडीए में ईडी अवनीश डागर को रिश्वत लेते हुए सस्पेंड किया था. ये सब बिल्कुल प्रूफ के साथ एलजी को बताया गया है.

सोमनाथ भारती ने कहा कि अगर 1 लाख रुपये भी रिश्वत ली गई तो 15 हजार के लिए ये रकम डेढ सौ करोड़ रुपये की होती है यानी डेढ़ करोड़ का स्कैम हो चुका है. ये पैसा कहां तक जा रहा है और क्या सिर्फ ईडी तक जा रहा है? यह जांच का विषय है.

बैठक के दौरान एलजी विनय कुमार सक्सेना से कहा कि इस मामले में जांच कर पता करें कि ये पैसा कहां तक पहुंच रहा है? मनी ट्रेल निकालें कि अगर यह पैसा किसी अकाउंट में गया तो वहां से फिर कहां पहुंचा?  मनी ट्रेल का कार्य ईडी करेगी. क्योंकि यह ईडी का असली काम है.

सोमनाथ भारती ने आरोप लगाते हुये कहा कि जहां ईडी का काम है वहां उन्हें लगाया नहीं जा रहा है. जहां बिल्कुल भी भ्रष्टाचार नहीं है वहां ईडी औऱ सीबीआई सभी लगे हुए हैं. इसी का परिणाम रहा कि सीबीआई के एक अधिकारी ने आत्महत्या कर ली. इस तरह से एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है.

विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि हमने एलजी के सामने रखा कि इसकी पूरी जांच हो. साथ में यह बात भी रखी कि अगर आप किसी भी सेंटर के आगे किसी को भेज कर देखें कि किस तरह से गरीबों के साथ जुर्म हो रहा है. सोमनाथ भारती ने कहा कि अगर आप रजिस्ट्री करने देने वालों की 8 लाख की संख्या लें और 1 लाख रुपये रिश्वत का साइज लें तो यह 8 हजार करोड़ रुपये का स्कैम है. ये पैसा कहां पहुंच रहा है? कौन खा रहा है?  किसके पास जा रहा है?  इसकी जांच करना एलजी साहब का दायित्व है.

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