देश भर में अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शनों और विपक्ष की कड़ी आलोचना के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि सुधार का मार्ग ही हमें नए लक्ष्यों और नए संकल्प की ओर ले जा सकता है. सुधार अस्थायी रूप से अप्रिय लग सकते हैं, लेकिन समय गुजरने के साथ फायदेमंद होंगे. उन्होंने अग्निपथ योजना का नाम लिए बगैर लिए कहा, ”शुरू में कुछ फैसले अप्रिय लगते हैं, लेकिन बाद में देश उन फैसलों का लाभ अनुभव करता है, ये फैसले राष्ट्र के निर्माण में मदद करते हैं.”
पीएम नरेंद्र मोदी आज से कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान पीएम ने 28,000 करोड़ रुपये से अधिक की रेल और सड़क बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. पीएम ने बेंगलुरु में एक जनसभा को संबोधित भी किया. पीएम ने कहा कि कर्नाटक में 5 नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स, 7 रेलवे प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया गया है. कोंकण रेलवे के शत प्रतिशत बिजलीकरण के महत्वपूर्ण पड़ाव के हम साक्षी बने हैं. ये सभी प्रोजेक्ट कर्नाटक के युवाओं, मध्यम वर्ग, किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों को नई सुविधा देंगे.
क्या कहा पीएम मोदी ने?
पीएम मोदी ने आगे कहा कि बेंगलुरु को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए रेल, रोड, मेट्रो, अंडरपास, फ्लाईओवर, हर संभव माध्यमों पर डबल इंजन की सरकार काम कर रही है. बेंगलुरु के जो उपनगरीय इलाके हैं, उनको भी बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. भारतीय रेल अब तेज भी हो रही है, स्वच्छ भी हो रही है, आधुनिक भी हो रही है, सुरक्षित भी हो रही है और नागरिक हितैषी भी बन रही है. हमने देश के उन हिस्सों में भी रेल को पहुंचाया है, जहां इसके बारे में कभी सोचना भी मुश्किल था.
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आगे कहा कि मेरा साफ मानना है, उपक्रम चाहे सरकारी हो या फिर प्राइवेट, दोनों देश के संपत्ति हैं, इसलिए मैदान सबको बराबर मिलना चाहिए, यही सबका प्रयास है. हमारी सरकार सुधार के लिए लगातार काम कर रही है. कई फैसले शुरू में अप्रिय लगते हैं, लेकिन बाद में देश उन फैसलों का लाभ अनुभव करता है.