सर्दियों की छुट्टियां हो गई हैं. क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए आप भी कोई खूबसूरत जगह की तलाश कर रहे होंगे या तय कर लिया होगा. जहां पर आप पूरी रात पार्टी कर सकें. गोवा अक्सर इस मौके पर सैलानियों से पटा होता है. इन तारीखों की बुकिंग महीनों पहले से हो जाती है. ऐन वक्त पर होटल,रिसॉर्ट सारे भरे होते हैं. लेकिन अगर आप भी गोवा में रातभर पार्टी और लाउडस्पीकर पर डांस करना चाहते हैं तो ठहर जाइये. गोवा सरकार ने आधी रात के बाद तेज आवाज में गाने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.
सरकार ने कुछ खास दिनों में सुबह 6 बजे तक संगीत की अनुमति देने वाले पहले के कानून को वापस लिया है. अब इस फैसले के बाद क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों से पहले सैकड़ों होटलों, रिसॉर्ट्स और पार्टी स्थलों की योजनाओं को खतरे में डाल दिया है. तटीय राज्य के लिए ये सीजन सबसे ज्यादा खास होता है. इससे पहले कुछ त्योहारों पर लाउडस्पीकर की अनुमति लेने के बाद सुबह छह बजे तक अनुमति दी जाती थी. ताजा फैसले के मुताबिक अब रात 12 बजे तक की अनुमति होगी.
नॉर्मल दिनों में रात 10 बजे बंद करना होता है म्यूजिक
सामान्य दिनों में रात 10 बजे लाउड म्यूजिक बंद करना होता है. सरकार ने खास त्योहारों की संख्या भी घटा दी है. गोवा सरकार ने गुरुवार की शाम आदेश निकालकर अपने 10 फरवरी 2022 को जारी आदेश को बदल दिया, जिसमें साल के 17 दिनों के दौरान पूरी रात म्यूजिक बजाने की छूट दी गई थी. यह कदम बॉम्बे हाई कोर्ट की टिप्पणी के बाद किया गया. इसमें कहा गया था कि सरकार ये सुनिश्चित करे की देर रात तक पार्टियों में शोर शराबा होने से ध्वनि प्रदूषण नहीं होता था.
होटल,क्लब और रिसॉर्ट मालिकों का विरोध शुरू
इस फैसले से होटल, क्लब और रिसॉर्ट मालिकों के बीच विरोध शुरू हो गया, जिन्हें सर्दियों के पर्यटन सीजन में बढ़ते नुकसान की आशंका थी. इन दिनों लाखों विदेशी और घरेलू यात्री अपनी जीवंत नाइटलाइफ़ और समुद्र तट पार्टियों के लिए गोवा में आते हैं. खासतौर पर क्रिसमस और नए साल में तो भयंकर भीड़ होती है. उत्तरी गोवा में एक लोकप्रिय क्लब के मालिक नंदन कुडचडकर ने कहा, “गोवा एक ऐसा राज्य है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है और यह सुनिश्चित करता है कि पर्यटकों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो. बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने कहा कि हम इसका समाधान जरुर निकालेंगे. यह पर्यटकों के गंतव्य के रूप में गोवा की प्रतिष्ठा का सवाल है और हम उन्हें निराश नहीं करना चाहते.