एमएसपी (MSP) समेत अपनी कई मांगों को लेकर आज आंदोलनकारी किसान दिल्ली कूच करेंगे. इसको लेकर राजधानी की सुरक्षा बढ़ा दी गई हैं. टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. रेलवे और मेट्रो स्टेशनों और बस अड्डों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. अपनी कई मांगों को लेकर किसान लंबे समय से पंजाब-हरियाणा से लगे शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हैं. वहीं, आज के मार्च को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि आज 12 बजे से 4 बजे तक देशभर में आपको एक बड़ा आंदोलन देखने को मिलेगा.
पंढेर ने कहा कि आज कई राज्यों से किसान ‘दिल्ली मार्च’ शुरू करेंगे. कुछ लोगों ने 6 से बढ़ने की बात कही है कुछ ने 7 को बढ़ने की बात कही है. पंढेर ने कहा कि आज 23 दिन हो चूका है. 28 दिन से पंजाब हरयाणा का बॉर्डर बंद है. इसका जिम्मेवार केंद्र सरकार है. हमने अपनी तरफ से कोई भी ब्लॉक नहीं किया है. हरियाणा में 70 हजार बल क्यों लगाया है क्या डर है? दिल्ली के लोगों को जो आप समस्या दे रहे हैं वो आप क्यों दे रहे हैं, इसका जवाब आपको देना चाहिए.
किसान पर कोई ध्यान क्यों नहीं है?
वहीं, उन्होंने कहा कि केंद्र के अजय मिश्रा टेनी से क्या रिश्ते हैं वो स्पष्ट हो चुके हैं. किसी न किसी ढंग से नैतिकता भूल चुके हैं. यह कांग्रेस भी करती रही है. बाहुबली धनबली क्रिमिनल मानसिकता वाले ऐसे नेता को आप टिकट दे रहे हैं. कौन सी बात रखना चाह रहे हैं. किसान पर कोई ध्यान नहीं है. खालिस्तानी का आंदोलन है. कांग्रेस का आंदोलन है. यह आंदोलन भाजपा के कारण है. पंढेर ने कहा कि आंदोलन दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. भाजपा के राज्य में पूरा जबर होगा और अन्य राज्यों में लोग रेलगाड़ी पर बैठेंगे. हम तब तक बैठेंगे जब तक बात नहीं होगी.
मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा संघर्ष
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने तीन मार्च को देश भर के किसानों से प्रदर्शन के लिए बुधवार को दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया था. उन्होंने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी सहित अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में 10 मार्च को चार घंटे के लिए देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का भी आह्वान किया था. उन्होंने कहा कि किसानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा.
वहीं, किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा कि आज देशभर से किसान दिल्ली पहुंचेंगे और जंतर मंतर पर शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने दावा किया है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और बिहार के किसान दिल्ली कूच की तैयारी कर चुके हैं. बता दें कि किसानों ने 13 फरवरी को ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू किया था लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया. इसके कारण हरियाणा और पंजाब की सीमा पर झड़पें हुईं. इसके बाद से प्रदर्शनकारी किसान पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर रुके हुए हैं.
टीकरी-सिंघू और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी
किसानों के मार्च को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने टीकरी, सिंघू और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. वैसे इन सीमाओं पर पहले से भी जवानों की तैनाती है. 24 घंटे कड़ी निगरानी रखी जा रही है. इसके अलावा रेलवे और मेट्रो स्टेशनों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है क्योंकि किसानों के ट्रेन और बस में भरकर आने की संभावना है. रेलवे और मेट्रो स्टेशनों और बस अड्डों पर अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बल पहले ही तैनात किए जा चुके हैं.
10 मार्च को किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने दूसरे राज्यों के किसानों को कहा है कि वो पैदल, ट्रेन या फिर बस से दिल्ली कूच करें. इसके अलावा शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसान वहीं बैठ कर अपना आंदोलन चलाएंगे. 10 मार्च को हम पूरे भारत में 12 से चार बजे तक रेल चक्का जाम करने का ऐलान किया गया है. वहीं, जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि पुरे भारत में बैठे किसानों को यह लड़ाई जीतनी होगी. उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार किसानों से मीटिंग कर चर्चा कर रही है दूसरी तरफ बॉर्डर पर बैठे किसानों पर अत्याचार कर रही है.