झारखंड के देवघर हवाईअड्डे (Deoghar Airport) से बीजेपी (BJP) नेताओं की कथित जबरन उड़ान का मामला तूल पकड़ रहा है. गोड्डा (Godda) से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) समेत अन्य लोगों पर देवघर के एटीसी (Deoghar ATC) से जबरन क्लियरेंस लेकर चार्टर्ड प्लेन से उड़ान भरने का आरोप लगा है और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है.
वहीं, अब जवाब में निशिकांत दुबे ने भी देवघर के डीसी के खिलाफ दिल्ली में एफआईआर (FIR) दर्ज करा दी है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा कि मामले की जांच के बाद पूरी तरह से सच्चाई सामने आ जाएगी.
निशिकांत दुबे ने देवघर के डीसी के खिलाफ दर्ज कराई FIR की जानकारी ट्वीट के जरिये दी, साथ ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने लिखा कि सीसीटीवी फुटेज निकालकर सुरक्षित क्षेत्र में घुसपैठ करने, साजिश रचने के आरोप पर पुलिस ने मेरे खिलाफ मुख्यमंत्री जी की सुपारी ली है, जो 18-19 साल के बच्चों के खिलाफ भी साजिश रचता है, वैसे कलुषित मानसिकता के देवघर जिला उपायुक्त के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया.
इन बीजेपी नेताओं के खिलाफ की गई है शिकायत
निशिकांत दुबे समेत सात लोगों के खिलाफ कुंडा पुलिस पुलिस ने शिकायत दर्ज की है. एयरपोर्ट के डीएसपी सुमन आनन की शिकायत पर निशिकांत दुबे, उनके बेटे कनिष्क कांत दुबे, माहिकांत दुबे, सांसद मनोज तिवारी, मुकेश पाठक, देवता पांडेय और पिंटू तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन लोगों पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर एटीसी से उड़ान के लिए जबरन क्लियरेंस लेने का आरोप है. बताया जा रहा है कि देवघर एयरपोर्ट में नाइट टेक ऑफ या लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं है लेकिन बीजेपी नेताओं के दल ने नियम को ताक पर रख काम किया. देवघर एयरपोर्ट के निदेशक संदीप ढींगरा के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है.
बीजेपी नेताओं का दल 31 अगस्त को दरअसल, दुमका की पीड़िता अंकिता के परिवार से मिलने आया था. वापसी में करीब शाम पांच बजे बीजेपी का डेलिगेशन देवघर एयरपोर्ट पहुंचा था और कथित तौर पर उसने क्लीयरेंस लेने के लिए एटीसी रूम में प्रवेश किया था. शिकायत दर्ज होने पर निशिकांत दुबे ने कहा था कि मामला अंकिता की निर्मम हत्या का है. पीड़िता के परिवार से मिलने क्या गए कि सीएम हेमंत सोरेन बौखला गए और पूरा पेड सिस्टम और अधिकारी अनाप शनाप बोलने लगे.