प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन (Bullet Train) के राह के रोड़े हटा दिए गए है. महाराष्ट्र में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने अधिकारियों को बुलेट ट्रेन के लिए सभी इजाजत दे दी हैं. इससे पहले पिछले ढाई सालों से महा विकास आघाडी सरकार बुलेट ट्रेन का विरोध कर रही थी, जिसकी वजह से महाराष्ट्र के हिस्से का काम काफी प्रभावित था.
भारत की पहली बुलेट ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई बनाने का एलान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में किया था, लेकिन बुलेट ट्रेन के बनने की राह में पिछले ढाई सालों से रेड सिग्नल लगे थे, लेकिन महाराष्ट्र में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुलेट ट्रेन से जुड़ी सारी इजाजत देने का फैसला किया है.
जमीन अधिग्रहण है सबसे अहम काम
प्रधानमंत्री मोदी के सपने को पूरा करने में सबसे अहम काम है जमीन का अधिग्रहण. गुजरात में जमीन अधिग्रहण 90 परसेंट पूरा हो चुका है, लेकिन महाराष्ट्र की तत्कालीन महा विकास आघाडी सरकार की आंखों में मोदी का यह प्रोजेक्ट चुभ रहा था. यही वजह थी कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के लिए महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहित कर पाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा था. नई सरकार द्वारा दी गई इजाजत के बाद अब उम्मीद की जा रही है की बुलेट ट्रेन का काम भी उसी रफ्तार से होगा, जिसके लिए यह ट्रेन जानी जाती है.