पंजाब पुलिस ने रविवार सुबह खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह को पंजाब के मोगा जिले के रोडे गांव से गिरफ्तार कर लिया है. करीब एक महीने से फरार अमृतपाल आखिरकार पुलिस की चंगुल में है. अमृतपाल को भी उसके करीबियों के तरह असम के डिब्रूगढ़ जेल में भेजा गया है.
पंजाब पुलिस की इस उपलब्धि को आम आदमी पार्टी की सरकार ने सराहा है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार जनता की सुरक्षा के लिए काम कर रही है. प्रदेश में अमन और चैन बनाए रखने की जिम्मेदारी भी सरकार की है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पंजाब सरकार को बिना किसी खून-खराबे के इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए सराहा है. केजरीवाल ने अपने ट्विटर हैंडल से पंजाब के सीएम भगवंत मान की वीडियो को रीपोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा है कि पंजाब में शांति और सुरक्षा के लिए उनकी वह वचनबद्ध हैं.
केजरीवाल ने लिखा है कि वह अमन-शांति के लिए कठोर निर्णय लेने के लिए भी तैयार हैं. वहीं उन्होंने सीएम भगवंत मान को टैग करते हुए लिखा है कि उन्होंने इस मिशन को बहुत ही परिपक्वता और साहस के साथ पूरा किया है. पंजाब पुलिस ने इस पूरे ऑपरेशन के दौरान न ही खून बहाया है और न ही गोली चलाई है.
बिना किसी हिंसा के उन्होंने इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. केजरीवाल ने अपने ट्वीट में पंजाब की जनता को सरकार का साथ देने और शांति बनाए रखने के लिए भी धन्यवाद दिया है.
बता दें कि अमृतपाल सिंह पिछले महीने की 18 तारीख से फरार था. पंजाब पुलिस पूरे राज्य में और देश के कई राज्यों में लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी. इस दौरान पुलिस ने अमृतपाल को भागने में मदद करने वाले कई लोगों को हिरासत मे लिया है. वहीं अमृतपाल के 8 साथियों पर पुलिस ने एनएसए के तहत कार्रवाई की है. अमृतपाल को भी पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के मामले के तहत ही गिरफ्तार किया है.