नाथद्वारा: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले बुधवार का दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम रहा जहां उन्होंने नाथद्वारा में श्रीनाथ जी मंदिर में दर्शन कर कांग्रेस का नाम लिए बिना जमकर हमला बोला. पीएम ने केंद्र की योजनाओं का जिक्र करते हुए नकारात्मक मानसिकता वालों को देश के विकास में सबसे बड़ी बाधा बताया. पीएम ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के मंच पर मौजूदगी के समय कहा कि हमारे देश में कुछ लोग इतनी नकारात्मकता से भरे हुए हैं कि उन्हें देश में कुछ भी अच्छा होता पसंद नहीं आता है और वह देश का विकास देखना पसंद नहीं करते हैं.
पीएम के नाथद्वारा में दिए भाषण के बाद गहलोत की प्रतिक्रिया सामने आई है जहां गहलोत ने कहा है कि पीएम को सरकारी कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरी उपस्थिति में राजनीतिक बयान देकर पिछली सरकारों की आलोचना करने से बचना चाहिए था.
’67 साल हुआ देश में विकास’
गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी के मुताबिक रेलवे लाइन, बिजली लाइन और मेडिकल कॉलेज पहले ही क्यों नहीं खोल दिए गए? शायद वह भूल गए हैं कि जैसा संवरा हुआ देश उन्हें मिला वो आजादी के 67 साल के विकास के बाद ही मिला है, ये देश एक दिन में नहीं बना है. मालूम हो कि पीएम ने अपने भाषण में कहा था कि स्थाई विकास के लिए मूल व्यवस्थाओं के साथ आधुनिकता को शामिल करना जरूरी होता है और जो काम पहले हो जाने थे वो नहीं हुए.
गहलोत ने कहा कि 1947 में अंग्रेज जैसा भारत छोड़कर गए तब भारत में बिजली की इंस्टॉल्ड कैपिसिटी केवल 1362 मेगावॉट थी जो 2014 तक करीब 2.5 लाख मेगावॉट हो गई और यह महज एक उदाहरण है. सीएम ने बताया कि शिक्षा, हेल्थ, इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, IT समेत हर क्षेत्र में 1947 से आज तक इसी तरह उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी हुई है.
‘पूर्ववर्ती नेताओं का नहीं करना चाहिए अपमान’
गहलोत ने आगे कहा कि पीएम मोदी के भाषण का भावार्थ ऐसा था जैसे किसी 21 साल के नौकरी में आए युवा को बोला जाए कि आप 20 साल पहले ही नौकरी में क्यों नहीं आ गए. उन्होंने कहा कि मैं नरेन्द्र मोदी से अपील करना चाहूंगा कि एक प्रधानमंत्री के रूप में सरकारी कार्यक्रमों में आपको अपने पूर्ववर्ती नेताओं का अपमान करने की बजाय उनका धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि उन्होंने ऐसा देश मोदी जी को सौंपा जिसके कारण आज वह दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व कर पाते हैं.