प्रयागराज: अतीक- अशरफ को गोली मारने वाले बदमाश सनी सिंह ने एसआईटी की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. उसने बताया कि जिस पिस्टल से अतीक और अशरफ की हत्या को अंजाम दिया गया है, वह दिल्ली के कुख्यात माफिया सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए जीतेंद्र गोगी गैंग ने दी थी. चूंकि टिल्लू ताजपुरिया चकमा देकर भाग गया था, ऐसे में उसी पिस्टल से उसने अतीक अशरफ की हत्या की है.
पुलिस टीम शूटर सनी के इस बयान का सत्यापन कर रही है. बता दें कि सनी सिंह ने पहले ही जीतेंद्र गोगी गैंग से अपना संबंध कबूल किया था. उसने यह भी बताया था वारदात में इस्तेमाल पिस्टल गोगी गैंग ने उपलब्ध कराई थी. लेकिन पहली बार उसने यह कबूल किया है कि यह पिस्टल सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए मिली थी.
गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया गोगी गैंग का विरोधी है और इन दोनों के बीच पहले से कई बार गैंगवार के मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में जीतेंद्र गोगी गैंग अब टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर अपना रास्ता साफ करना चाहता है. एसआईटी की पूछताछ में सनी ने बताया कि वारदात में शामिल दूसरे शूटर अरुण से उसकी मुलाकात दिल्ली में हुई थी. उस समय अरुण पानीपत में लूट के मामले में गिरफ्तार होने के बाद जेल से छूटकर दिल्ली आया था.
बताई, कैसे मिले तीनों शूटर
इसी बीच दिल्ली में जीतेंद्र गोगी की हत्या हो गई. इसके बाद सनी अंडरग्राउंड हो गया, लेकिन वह इस बीच भी लगातार अरुण के संपर्क में बना रहा. सनी ने बताया कि उसने कुछ दिनों तक उसने एक परिचित की मदद से बांदा में फरारी काटी थी. इसी दौरान उसके संपर्क में लवलेश तिवारी आ गया. फिर इन तीनों ने मिलकर अतीक और अशरफ की हत्या को अंजाम दिया है.
15 अप्रैल को हुई थी अतीक की हत्या
गौरतलब है कि उमेश पाल मर्डर केस में जरूरी पूछताछ के लिए साबरमती जेल से लाकर प्रयागराज पुलिस ने अतीक और अशरफ को 13 अप्रैल को कस्टडी रिमांड पर लिया था. इसी क्रम में 15 अप्रैल की रात पुलिस अतीक और अशरफ को लेकर उनका मेडिकल कराने के लिए प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल पहुंची थी.जहां गाड़ी से उतरने के एकाध मिनट बाद ही शूटर सनी, लवलेश तिवारी और अरुण ने इन दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस वारदात को अंजाम देने के बाद इन तीनों ने मौके पर ही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था.