कांग्रेस की यूपी जोड़ो यात्रा पहले ही क्यों हो रही खत्म? प्रियंका के बर्थडे पर होनी थी समाप्त

‘भारत जोड़ो यात्रा’ की तर्ज पर कांग्रेस ने ‘यूपी जोड़ो यात्रा’ शुरू की थी. सहारनपुर से 20 दिसंबर को शुरू हुई इस यात्रा को 12 जनवरी को लखनऊ में खत्म होना था. उसी दिन प्रियंका गांधी का जन्म दिन भी है. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने इस यात्रा के लिए राहुल और प्रियंका को भी आमंत्रित किया था. उम्मीद थी कि 12 जनवरी के आखिरी दिन प्रियंका इस यात्रा का समापन करेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब ये यात्रा शनिवार को ही लखनऊ में खत्म हो रही है.

बीते दिन ‘हम भी जोड़ें, तुम भी जोड़ो, यूपी जोड़ो यूपी जोड़ो’ के नारों के बीच बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता लखनऊ की सड़कों पर दिखाई दिए. सर्दी और बारिश के बावजूद, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और सांसद प्रमोद तिवारी सहित कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने बख्शी का तालाब बाजार क्षेत्र से अपनी यात्रा शुरू की थी. मैडियन अगला पड़ाव था, जहां से कांग्रेस कार्यकर्ता पैदल चले.

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका गुप्ता ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी ताड़ीखाना और हाथी मंदिर मोड़ समेत कुछ स्थानों पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि केंद्र और यूपी में बीजेपी सरकारें राजनीतिक लाभ के लिए आधिकारिक मशीनरी का दुरुपयोग कर रही हैं, जोकि शर्मनाक है. कांग्रेस का कहना है कि मोदी-योगी सरकारें नालों की सफाई, सड़कों की मरम्मत और कचरे की सफाई जैसे नगर निगम के काम को नजरअंदाज कर रही हैं और सेल्फी प्वाइंट बनाने में व्यस्त हैं.

यूपी में कांग्रेस कर चुकी है दलित गौरव संवाद यात्रा
यूपी जोड़ों यात्रा त्रिवेणीनगर रोड से होते हुए शिया पीजी कॉलेज, तिली वाली मस्जिद और दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर तक पहुंची. मस्जिद में नमाज और मंदिर में पूजा करने के बाद राय और यात्रा चौक पहुंचने के लिए बड़ा इमामबाड़ा की ओर बढ़ी. महिला कांग्रेस की सदस्यों ने बारिश के बावजूद यात्रा का स्वागत किया.

इससे पहले यूपी कांग्रेस ने दलितों को पार्टी से जोड़ने के लिए दलित गौरव संवाद यात्रा शुरू की थी. वह यात्रा भी फेल रही. ये यात्रा कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस 9 अक्टूबर को शुरू हुई थी और संविधान दिवस के दिन 26 नवंबर को खत्म हुई थी. कांग्रेस की हर कोशिशें अब तक नाकामयाब रही हैं.

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