बीजेपी और संघ का सबसे बड़ा एजेंडा अयोध्या का राम मंदिर है. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बहाने पूरे देश को राममय बनाने की तैयारी है. लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं है. ऐसे में बीजेपी और आरएसएस का प्रयास तब तक माहौल बनाए रखने की है. अब अयोध्या यूपी में हैं. इसीलिए इस रणनीति का केंद्र भी अब यही राज्य है. पूरे देश को राममय बनाए रखने की जिम्मेदारी यूपी की सरकार, यहां के बीजेपी संगठन और संघ के लोगों को दी गई है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के घर हुई मैराथन बैठक में कुछ बड़े फैसले लिए गए हैं. इस मीटिंग में संघ, सरकार और बीजेपी संगठन के लोग शामिल हुए.
बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री, संगठन बीएल संतोष और संघ के सर सहकार्यवाह अरूण कुमार ने पहले आपस में बैठक की. फिर दोनों लोग योगी आदित्यनाथ के घर पहुंचे. जहां दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक पहले से मौजूद थे. यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह भी इस बैठक में मौजूद रहे.
आरएसएस सीधे संभालेगा मोर्चा
इस मीटिंग में तय हुआ कि आगामी लोकसभा चुनाव में अब आरएसएस सीधे मोर्चा संभालेगा. फैसला हुआ कि हर लोकसभा में संघ की तरफ़ से समन्वयक नियुक्त किए जायेंगे. इसकी शुरुआती यूपी से करने पर सहमति बनी है. ये पहला मौका है जब चुनाव के संचालन के लिए संघ को भी जिम्मेदारी दी गई है. बीजेपी और संघ की समन्वय बैठक में चुनावी जीत का रोडमैप बना.
समन्वयक तैनात करेगा आरएसएस
पिछले चुनावों में अब तक पर्दे के पीछे से जिम्मेदारी संभालने वाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पहली बार हर लोकसभा में चुनाव के नजरिए से समन्वयक तैनात करने जा रहा है. यह समन्वयक सभी 80 लोकसभा में तैनात किए जाएंगे. ये लोग बीजेपी के लोकसभा प्रभारियों और संयोजकों के साथ मिलकर चुनाव की कमान संभालेंगे.
वोटर निकालने की जिम्मेदारी
संघ ने अपने कार्यकर्ताओं को मुख्य रूप से वोटर निकालने की जिम्मेदारी दी है. वह हर बूथ के अनुसार काम करेंगे और उसके दायरे में आने वाले वोटरों को मतदाता पर्ची पहुंचाने के साथ ही वोटर निकालने का जिम्मा लेंगे. इसके लिए वह घर-घर तक संपर्क करेंगे. इसके लिए वह हर बूथ पर अपने दो-दो कार्यकर्ता भी तैनात करेंगे. इसमें वह सहयोगी संगठनों की भी मदद लेंगे. हर लोकसभा में सरकार और बीजेपी तक सहयोगी संगठनों की बात पहुंचाने का जिम्मा भी यही समन्वयक उठाएंगे.
दो हजार लोगों को रामलला के दर्शन
संघ और बीजेपी की की कोआर्डिनेशन मीटिंग में राम मंदिर पर भी कुछ फ़ैसले हुए. तय हुआ है कि हर लोकसभा सीट से कम से कम दो हज़ार लोगों को रामलला के दर्शन कराए जाएंगे. उनके रहने लगने और खाने पीने का सारा इंतज़ाम बीजेपी करेगी. हर लोकसभा सीट से आने वाले राम भक्तों की टोली के लिए किसी एक को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा.