नई दिल्ली: ‘परीक्षा की टेंशन न करें, हैल्थ इज वैल्थ.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से एक बच्ची के पिता ने कहा कि देश में हालत बहुत खराब है इसलिए अच्छा फैसला किया कि परीक्षा रद्द कर दी. पीएम मोदी ने बच्चों से पूछा कि परीक्षा नहीं तो अब क्या करोगे, आईपीएल देखोगे, चैंपियन्स ट्रॉफी देखोगे या ओलंपिक आने वाले हैं, उसके बारे में पता करोगे. बच्चों ने कहा कि सब करेंगे. सारे बच्चों ने पीएम को परीक्षा रद्द करने के लिए धन्यवाद दिया. एक बच्ची ने कहा कि डेढ़ साल से समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें, इसलिए बहुत अच्छा फैसला हुआ.
एक अन्य बच्ची ने कहा कि हमें CBSE पर पूरा विश्वास है कि मार्क्स के लिए जो भी व्यवस्था करेंगे, वो हमारे लिए अच्छी होगी. एक बच्चे ने कहा, ‘लॉकडाउन में दाढ़ी बढ़ती थी, तो मम्मी टोकती थीं. तो मैं कहता था कि मोदी जी के फैन हैं.’ एक माता ने कहा कि हम आपके बहुत बड़े फैन हैं. आप जो भी फैसला करेंगे, वह बच्चों के हित में होगा. पीएम ने बच्चों से कहा कि अब एग्जाम से बाहर निकलें. कोई और बात कर सकते हैं.
एक बच्ची ने कहा कि परीक्षा पर निर्णय आने के बाद वह 12 बजे तक सोई. एक बच्चे ने कहा कि उसे पता था कि परीक्षाएं कैंसिल होने वाली हैं. इस पर पीएम ने पूछा कि क्या आप एस्ट्रोलॉजी जानते हैं कि आपको पहले से पता था. पीएम ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष हो रहे हैं. जिस जिले में आप रहते हैं, उसमें आजादी की जंग में किसने योगदान दिया, उस पर एक लिख सकते हैं क्या.
एक माता ने कहा कि कश्मीर में धारा 370 हटा कर सही किया. एक ने कहा कि वह पीएम की ईमानदारी का कायल है. पीएम ने कहा कि नीति तो बनती है पर कुछ लोगों की नीयत रुकावट बनती है. एक लड़की से पीएम मोदी ने पूछा कि आपका इंदौर किस बात के लिए मशहूर है, लड़की ने कहा कि स्वच्छता के लिए. पीएम ने कहा स्वच्छता में इंदौर ने जो काम किया, उसकी बहुत तारीफ होती है. मेरा विश्वास दृढ़ हुआ है कि भारत का युवा पॉजिटिव है. हमारे युवा डिफिकल्टी को अपनी ताकत बना लेते हैं. घर रहकर आपने नई चीजें सीखीं, इससे नया सेल्फ कॉन्फिडेंस आया. आप बिल्कुल बातचीत में लड़खड़ाए नहीं. जैसे आप टीचर्स से बात करते हैं वैसे ही मुझसे बात की.
पीएम मोदी ने कहा कि कठिन समय को याद कर रोने-चिल्लाने में समय बर्बाद मत कीजिए. कठिन समय से भी कुछ सीखने को मिला होगा. एक-दूसरे के साथ आने का, हमारा अनुभव, कोरोना की मुश्किलों के बीच हमें यह सबक करीब से देखने का, जीने का नया अवसर मिला है. कठिन से कठिन समय में भी हमारे देश के इतिहास में देखने से पता चलता है. सबको पता है आफत आई है पर हम विजयी होकर निकलेंगे. वैश्विक महामारी है. 100 साल में ऐसा संकट नहीं आया, फिर भी हर हिंदुस्तानी की आवाज बुलंद है कि हम इससे निकलेंगे और देश को नई ऊंचाई पर लेकर जाएंगे.