30 दिन में 3 मीटिंग.. संघ के साथ बैठक कर किसका खेल खराब करेंगे देवेंद्र फडणवीस?

लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस सियासी तौर फिर से एक्टिव हो गए हैं. पिछले 30 दिनों में फडणवीस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों के साथ 3 मीटिंग की है. फडणवीस और संघ की आखिरी बैठक 10 अगस्त को नागपुर में हुई है. कहा जा रहा है कि इस बैठक में संघ के सरकार्यवाह अरुण कुमार भी मौजूद थे. आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ देवेंद्र फडणवीस की 30 दिन में 3 मीटिग ने राज्य की राजनीति में सस्पेंस क्रिएट कर दिया है. इसकी वजह इन बैठकों के बाद फडणवीस का कद बढ़ना है. बीजेपी ने घोषणा किया है कि महाराष्ट्र में सीट बंटवारे से लेकर टिकट बंटवारे तक का काम देवेंद्र फडणवीस ही करेंगे. ऐसे में चर्चा यह है कि फडणवीस के राजनीतिक रूप से ताकतवर होने से महाराष्ट्र की सियासत में किसका खेल बिगड़ सकता है?

संघ के साथ बैठक, किसके साथ हो सकता है खेल?

  1. पहले चर्चा- अजित पवार के नाम की?
    अजित पवार महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम और महाराष्ट्र में एनडीए के हिस्सेदार हैं. लोकसभा चुनाव के बाद से ही अजित को लेकर अटकलें तेज है. कहा जा रहा है कि एनडीए में अजित की भूमिका से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठन काफी नाराज हैं. अब तक के सभी मीटिंग में इसको लेकर चर्चा की गई है.

विदर्भ क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ फडणवीस की बैठक में यह मुद्दा जोर-शोर से उठा. हालांकि, कहा जा रहा है कि फडणवीस ने अजित की इस मीटिंग में तरफदारी की, लेकिन अब सबकी नजर सीट बंटवारे पर टिकी है. महाराष्ट्र में एनडीए के बीच सीट बंटवारा अगस्त के आखिर तक हो सकता है. बीजेपी की तरफ से फडणवीस को ही इसकी कमान दी गई है. ऐसे में सबकी नजरें सीट बंटवारे के फाइनल डील पर है. इस डील में फडणवीस अजित के साथ खेल करते हैं या नहीं, यह देखने वाली बात होगी. अजित पवार की पार्टी की दावेदारी विधानसभा की 100 सीटों पर है. अजित का कहना है कि मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र के इलाकों में उनकी पार्टी की स्थिति मजबूत है. वर्तमान में अजित के पास 42 विधायक हैं.

  1. उत्तराधिकारी की चाहत रखने वाले नेताओं का भी खेल?
    लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा था कि हार की नैतिक जिम्मेदारी मेरी है, इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं. फडणवीस ने संगठन में काम करने की इच्छा जाहिर की थी. फडणवीस के इस्तीफे के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई.

मुंबई से लेकर दिल्ली तक फडणवीस के उत्तराधिकारी को लेकर कई नामों की चर्चा हुई, लेकिन अब जिस तरह से फडणवीस संघ के साथ बैठक कर रहे हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि उनकी कुर्सी शायद ही जाए. एक तरफ फडणवीस का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है, तो दूसरी तरफ मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने घोषणा कर दी है कि फडणवीस ही सीट बंटवारे और टिकट बंटवारे का काम देखेंगे.

फडणवीस को लेकर एक चर्चा यह भी
2014 के बाद से लेकर अब तक बीजेपी में जो दिखता है, वो होता नहीं है. संघ के पदाधिकारियों और देवेंद्र फडणवीस के बीच हुई मुलाकात को लेकर भले कुछ भी दावा किया जा रहा हो, लेकिन एक चर्चा यह भी है कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम फडणवीस दिल्ली भी शिफ्ट हो सकते हैं. अभी बीजेपी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ बंगाल, गुजरात, यूपी जैसे राज्यों का प्रभारी नियुक्त होना है. फडणवीस को सत्ता के साथ-साथ संगठन चलाने का भी अनुभव है. वे महाराष्ट्र में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

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