5 बीघे जमीन गिरवी, सिर पर 9 लाख का कर्ज और बेटी की शादी की चिंता… किसान ने फांसी लगा दे दी जान

उत्तर प्रदेश के बांदा में आर्थिक तंगी सरकारी कर्ज से परेशान होकर फिर एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली परिजनों द्वारा बताया जा रहा है कि मृतक ने बैंक के साथ-साथ कुछ सूदखोर से कर्ज लिया था,साथ ही बेटी की शादी करने की भी चिंता थी.कई दिनों से किसान मानसिक तनाव में गुजर रहा था और अंत में उसने आत्मघाती कदम उठा लिया.

बताया गया कि लगभग आठ लाख रुपये का कर्ज था और 5 बीघे जमीन भी बंधक थी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और तहसीलदार ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. तहसीलदार ने टीवी9 भारतवर्ष को बताया कि घटना का संज्ञान लेते हुए फौरी तौर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

आपको बताते चलें कि अतर्रा थाना के सौवां का पुरवा के रहने वाले संतोष कुशवाहा किसान ने अपने ही घर मे मौका पाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.खेत से लौटे बेटे ने घर मे फंदे से शव लटकता देखा तो शोर मचाया.

बेटी की शादी के लिए लिया था लोन
मृतक किसान के बेटे जयकिशोर ने बताया कि करीब 10 वर्ष पहले बहन की शादी के लिए एक बैंक से साढ़े 3 लाख क्रेडिट कार्ड में लोन लिया था, साथ ही भाई की शादी के लिए जमीन को गिरवी रख और रिश्तेदारों से करीब 6 लाख रुपये उधार लिया था जो अभी तक भरा नहीं जा सका.बहन की शादी भी चित्रकूट जिले में तय कर दी थी, सर्दियों में शादी की लग्न भी थी. जिस कारण चिंतित रहते था और मानसिक तनाव में आकर आत्मघाती कदम उठा लिया. घटना के बाद से घर परिवार में हाहाकार मच गया. मृतक के दो बेटे और दो बेटी हैं. एक बेटा और एक बेटी की शादी हो गयी है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस करेगी कार्रवाई
बताया गया कि,मृतक किसान परेशान हाल में था सरकारी मदद कुछ मिल नहीं रही थी. सूदखोर भी दबाव बना रहे थे कि कर्जा वापस दो. इसके अलावा बैंक लोन का भी दबाव था.इन सब मामलों से परेशान होकर काफी प्रयास करने के बाद किसान को जब कहीं से रास्ता नहीं मिला तो उसने मौत को गले लगा लिया.घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज भेज दिया है. पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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