दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा है कि किसानों पर लगातार आक्रमण हो रहे हैं. उन्होंने वीडियो में कहा कि पहले नोटबंदी, उसके बाद जीएसटी और फिर कोरोना के समय आपको (किसानों को) एक रुपया नहीं दिया गया. राहुल ने किसानों से कहा कि आपको मारने की कोशिश हो रही है और आपको गुलाम बनाया जा रहा है.
राहुल गांधी ने अपने वीडियो संदेश में कहा, “देश को किसानों को मेरा नमस्कार. आप पर आक्रमण चालू है. सबसे पहले नोटबंदी, उसके बाद जीएसटी और फिर कोरोना के समय आपको एक रुपया नहीं दिया गया. आपको मारने की कोशिश हो रही है, आपको गुलाम बनाया जा रहा है. कोरपोरेट्स का गुलाम बनाया जा रहा है. और अब ये तीन भयंकर कानून. आपको खत्म करने के कानून. आपके पैर में कुल्हाड़ी मारने वाले कानून. हम आपके साथ खड़े हैं और इन कानूनों को हम रोकेंगे, मिलकर हम रोकेंगे.”
राहुल ने आगे कहा, “सरकार से मैं कहना चाहता हूं कि ये आपने बहुत बड़ी गलती की है. अगर किसान सड़क पर उतर आया बहुत ज़बरदस्त नुकसान होने वाला है. ये कानून आप वापस लीजिए, वक्त बर्बाद मत कीजिए. एक दम इन कानूनों को आप वापस लीजिए और किसानों को एमएसपी की गारंटी दीजिए.”
आपको बता दें कि संसद से पारित कृषि बिलों को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. बीते रोज़ किसान संगठनों ने भारत बंद के दौरान भी देश के कई हिस्सों में बिल के खिलाफ अपना गुस्सा ज़ाहिर किया. कई जगहों पर किसानों ने रेल रोको आंदोलन भी चलाया. किसानों के विरोध प्रदर्शन को विपक्षी दलों का भी साथ मिला.
अमृतसर में रेल की पटरी पर प्रदर्शन
पंजाब के अमृतसर शहर में रेल पटरी पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह ने संसद से पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ शनिवार को विरोध स्वरूप कमीजें उतार दीं. बिना कमीज रेल की पटरी पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने भाजपा नीत केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कृषि विधेयकों को वापस लेने की मांग की.
किसान मजदूर संघर्ष समिति के तहत प्रदर्शन कर रहे ये किसान 24 सितंबर से अमृतसर के देवीदासपुरा गांव के निकट रेल की पटरी पर बैठे हैं. किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवण सिंह पंढेर ने कहा, ‘किसानों ने सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिये विरोधस्वरूप अपने कुर्ते और कमीजें उतार दी हैं.”
समिति ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि वह अपने तीन दिवसीय ‘रेल रोको’ आंदोलन को तीन दिन के लिये बढ़ा रही है. अब 26 से 29 सितंबर के बीच भी उनका आंदोलन जारी रहेगा.