दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध में 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया गया है। ये आंदोलन सुबह से शाम तक रहेगा, लेकिन सुबह 11 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम रहेगा। इसे अधिकतर संगठनों द्वारा समर्थन दिया जा रहा है। सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के किसान नेताओं ने भारत बंद को लेकर प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में साफ कर दिया गया है कि पूरे देश में भारत बंद शांति पूर्ण तरीके से किया जाएगा। भारत बंद के दौरान सभी इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी। शादी एम्बुलेंस पर कोई रोक नहीं होगी। वहीं दूध, फल, सब्जी और अन्य वस्तुओं पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। किसान नेताओं ने ये भी साफ कर दिया है कि किसी व्यक्ति पर जोर जबरजस्ती या धक्का मुक्की नहीं कि जाएगी।
साथ ही किसान नेताओं ने अपील की है कि भारत बंद में हर कोई अपना समर्थन दे। किसान नेता द्वारा ये भी साफ कर दिया गया है कि हमारा विरोध पंजाब तक सीमित नहीं है। दुनिया भर के नेता हमें अपना समर्थन दे रहे हैं। भारत बंद को लेकर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के समर्थन दिए जाने का पंजाब के किसान नेताओं ने स्वागत किया है। वहीं किसानों द्वारा ये भी साफ कर दिया गया है कि उनका मंच राजनीतिक पार्टियों के लिए नहीं होगा। वहीं अपनी अपनी पार्टियों के झंडे और बैनर घर रख कर आएं।
सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता निर्भय सिंह धुडिके ने कहा कि हमारा विरोध केवल पंजाब तक सीमित नहीं है। कनाडा से जस्टिन ट्रूडो जैसे दुनिया भर के नेता भी हमें समर्थन दे रहे हैं। हमारा शांतिपूर्ण विरोध है। वहीं किसान नेता डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि कल पूरे दिन बंद रहेगा। दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम होगा। यह एक शांतिपूर्ण बंद होगा। हम अपने मंच पर किसी भी राजनीतिक नेता अनुमति नहीं देंगे।
कृषि कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में राजनीतिक, मनोरंजन और खेल जगत के लोगों ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने 8 दिसंबर को भारत बंद का समर्थन करने का फैसला किया है। वहीं, दिल्ली की सत्तासीन आम आदमी पार्टी ने कहा कि उनके कार्यकर्ता भी भारत बंद में शामिल होंगे और सड़क पर उतरेंगे।