नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण का तांडव थमता नजर नहीं आ रहा है. हर तरफ दहशत का माहौल है. देश में दूसरी बार एक दिन में चार लाख से ज्यादा कोरोना केस दर्ज किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 412,262 नए कोरोना केस आए और 3980 संक्रमितों की जान चली गई है. हालांकि 3,29,113 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं. इससे पहले 30 अप्रैल को देश में 401,993 नए केस आए थे. दुनियाभर के करीब 40 फीसदी केस हर दिन भारत में ही दर्ज किए जा रहे हैं.
5 मई तक देशभर में 16 करोड़ 25 लाख 13 हजार 339 कोरोना डोज दिए जा चुके हैं. बीते दिन 19 लाख 55 हजार 733 टीके लगाए गए. वहीं अबतक कुल 29 करोड़ 67 लाख से ज्यादा टेस्ट किए जा चुके हैं. बीते दिन 19 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 21 फीसदी से ज्यादा है.
देश में आज कोरोना की ताजा स्थिति-
कुल कोरोना केस- दो करोड़ 10 लाख 77 हजार 410
कुल डिस्चार्ज- एक करोड़ 72 लाख 80 हजार 844
कुल एक्टिव केस- 35 लाख 66 हजार 398
कुल मौत- 2 लाख 30 हजार 168
देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.09 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 82 फीसदी से ज्यादा है. एक्टिव केस बढ़कर 17 फीसदी हो गया. कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है. कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है. जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील, मैक्सिको के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है.
कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी
देश अभी कोरोना की दूसरी लहर से उभर भी नहीं पाया है कि तीसरी लहर की बात सामने आ गई. कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी, लेकिन कब ये अभी कहा नहीं जा सकता. खुद केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने माना की कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी और इसे रोक नहीं सकते.
राघवन ने कहा कि हमें कोरोना की नई लहर के लिए तैयार रहना होगा. कोरोना के नए स्ट्रेन्स आएंगे, वो रूप बदलेंगे. हम लोगों को इसकी तैयारी करनी होगी और वैक्सीन को भी अपडेट करना होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर दो वजह से कम हुई थी, जिन लोगों को इंफेक्शन हुआ उनमें इम्युनिटी आई और मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग सहित बचाव के जो भी कदम उठाए गए उससे संक्रमण फैलना कम हुआ. लेकिन बचाव के कदमों में ढिलाई बरती तो संक्रमण फैलना फिर शुरू हुआ. वहीं दूसरी लहर में कई फैक्टर हैं जिसमें कोरोना के नए वेरिएंट भी एक फैक्टर है. दूसरी लहर इसलिए बढ़ी क्योंकि जो इम्युनिटी बनी थी वो इतनी नहीं थी की संक्रमण को रोक सके.