मथुरा. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोरोना वायरस (corona virus) संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय कमी होने पर राज्य सरकार द्वारा बाजार एवं अन्य व्यापारिक गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति मिलने के बाद मथुरा जिला के सभी मंदिर मंगलवार से खुलने शुरू हो गये हैं. राज्य सरकार ने मंगलवार से आम बाजारों एवं अन्य व्यापारिक गतिविधियों को पुनः प्रारंभ करने की अनुमति दे दी है. इन मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर एवं वृन्दावन का विश्वप्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर (Thakur Banke Bihari Temple) भी शामिल है. हालांकि, यहां एक बार में सिर्फ पांच दर्शनार्थियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है.
बांके बिहारी मंदिर में लॉकडाउन से पूर्व जारी ऑनलाइन पंजीयन के नियम का भी पालन हो रहा है. वहीं, मथुरा के एक अन्य प्रमुख मंदिर ठाकुर द्वारिकाधीश मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बुधवार से खोले जाने का निर्णय लिया गया है. श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया, ‘‘श्रीकृष्ण जन्मस्थान के सभी मंदिर मंगलवार सुबह सात बजे से खुल गए हैं. जो दोपहर 12 बजे तक व सायंकाल साढ़े तीन बजे से शाम साढ़े छह बजे तक खुले रहेंगे.’’
सैनिटाइजर आदि की व्यवस्थाएं की गई हैं
उन्होंने बताया, ‘‘कोविड दिशानिर्देश के मुताबिक दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्थाएं की गई हैं तथा एक साथ केवल पांच श्रद्धालुओं को ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है.’’ बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया, ‘‘मंदिर आज से खुल गया है, परंतु दर्शन के लिए पंजीकरण आवश्यक है.’’ मंदिर के सामान्य प्रबंधक उमेश सारस्वत ने बताया, ‘‘मंदिर में सुबह साढ़े पांच बजे से सुबह सात बजे तक ही दर्शन सुलभ हो सकेगा और शनिवार व रविवार को सरकारी आदेश के मुताबिक मंदिर बंद रहेगा.’’शाम सवा छह से सात बजे तक मंदिर खुलेगा
वृन्दावन के इस्कॉन मंदिर के प्रबंधकों ने बताया, ‘‘मंदिर सुबह नौ बजे से खुल गया है और दोपहर एक बजे तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे. सायंकाल में चार से साढ़े छह बजे तक दर्शन का समय रहेगा.’’ वहीं, मथुरा के द्वारिकाधीश मंदिर के मीडिया प्रभारी ने बताया, ‘‘मंदिर में दो बार सुबह और दो बार शाम को विशेष झांकियों के समय ठाकुरजी के दर्शन होंगे. प्रथम झांकी प्रातः सवा आठ से पौने नौ बजे तक व द्वितीय झांकी सुबह सवा दस से 11 बजे तक होगी. सायंकाल की झांकी के लिए शाम पौने पांच से सवा पांच तक और शाम सवा छह से सात बजे तक मंदिर खुलेगा.’’