नई दिल्लीः कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पेट्रोल और डीजल पर कर को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए मंगलवार को उसकी तुलना पुरानी ‘‘हिंदी फिल्मों के लालची साहूकार’’ से की. राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ सरकार जनता को लोन लेने के लिए उकसा रही है तो वहीं दूसरी तरफ टैक्स वसूल कर मोटी कमाई करने में जुटी हुई है. यह सरकार नहीं बल्कि साहूकार वाला रवैया है.
राहुल गांधी ने ट्वीट करके केंद्र की आलोचना की
इससे पहले लोकसभा को सूचित किया गया था कि पिछले वित्त वर्ष में पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार का कर संग्रह 88 प्रतिशत बढ़कर 3.35 लाख करोड़ रुपये हो गया. लोकसभा को इस संबंध में सूचित किए जाने के एक दिन बाद राहुल गांधी ने ट्वीट करके केंद्र की आलोचना की. उन्होंने अपने ट्वीट में मीडिया में इस बारे में आई एक खबर भी संलग्न की.
उन्होंने हैशटैग ‘टैक्सएक्सटोर्शन’ (जबरन कर वसूली) का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया, ‘‘एक तरफ जनता को ऋण लेने के लिए उकसा रहे हैं, दूसरी तरफ कर वसूली से अंधाधुंध कमा रहे हैं. सरकार है या पुरानी हिंदी फिल्म का लालची साहूकार?’’
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने दी जानकारी
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2020-21 में पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क का संग्रह बढ़कर 3.35 लाख करोड़ रुपये हो गया जो इससे एक साल पहले 1.78 लाख करोड़ रुपये था. रामेश्वर तेली के मुताबिक, 2018-19 में पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क के जरिए 2.13 लाख करोड़ रुपये के राजस्व का संग्रह हुआ था.