इंदौर: कोरोना वायरस के नये ओमिक्रॉन (Omicron) वैरिएंट के इंदौर (Indore) में मौजूद होने की आशंका जताते हुए प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने अपने मातहत अफसरों सोमवार को निर्देश दिए कि 50 फीसद की तय सरकारी सीमा से ज्यादा विद्यार्थियों को बुला रहे निजी स्कूलों को तत्काल सील कर दिया जाए. जिलाधिकारी मनीष सिंह ने आने वाले दिनों में महामारी की आशंकित लहर से निपटने की तैयारियों से जुड़ी बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप के मामले मिल चुके हैं.
मध्यप्रदेश के इन पड़ोसी सूबों से हर रोज हजारों लोग इंदौर आते हैं. ऐसे में इंदौर में भी कोरोना वायरस के इस नये स्वरूप की मौजूदगी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.” जिलाधिकारी ने बताया कि उन्हें शिकायतें मिली हैं कि शहर के कई निजी स्कूलों में 50 फीसद की तय सीमा से ज्यादा विद्यार्थियों को बुलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने यह सीमा बच्चों को महामारी से बचाने के लिए तय की है. सिंह ने बताया, ‘‘मैंने प्रशासन के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वे निजी स्कूलों की आकस्मिक जांच करें और तय सीमा से ज्यादा विद्यार्थियों की उपस्थिति मिलने पर संबंधित विद्यालयों को तत्काल सील करते हुए बंद करा दिया जाए.”
गौरतलब है कि इंदौर, कोविड-19 की पिछली दो लहरों से मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है. हालांकि, टीकाकरण का दायरा बढ़ने के बाद इन दिनों जिले में महामारी के नये मामले कम तादाद में सामने आ रहे हैं. लेकिन पड़ोसी सूबों में कोरोना वायरस के नये ओमिक्रॉनस्वरूप की आमद ने स्थानीय प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं.