लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने वाले बिल को समीक्षा के लिए शिक्षा, महिला और बाल विकास से जुड़ी संसद की स्थायी समिति के पास भेजा गया था. समिति ने बिल को लेकर अपनी बैठक शुरू कर दी है. बुधवार को इस बिल के मुद्दे पर स्थायी समिति की पहली बैठक हुई. बैठक में बिल को लेकर प्रारंभिक स्तर पर चर्चा हुई. बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद विनय सहस्रबुद्धे समिति के अध्यक्ष हैं.
बैठक में मौजूद समिति के सदस्यों को बताया गया कि बिल को लेकर लोगों और इस क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों ने अपने विचार भेजने शुरू कर दिए हैं . हालांकि समिति की ओर से अभी तक औपचारिक तौर पर आम लोगों से सुझाव नहीं मांगे गए हैं.
समिति को अब तक मिल चुके हैं 95 हजार से भी ज्यादा मेल
इस सिलसिले में अब तक समिति को करीब 95000 ई मेल प्राप्त भी हो चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक़ इनमें शादी की उम्र बढ़ाए जाने के पक्ष वाले ईमेल भी शामिल हैं और इसका विरोध करने वाले भी. हालांकि समिति के सूत्र ने एक दिलचस्प जानकारी देते हुए बताया कि जो 95000 ईमेल प्राप्त हुए हैं उनमें क़रीब 90000 ईमेल का विषयवस्तु हूबहू एक जैसा है . ये पता नहीं चल पाया कि ये सारे मेल उम्र बढ़ाए जाने के प्रस्ताव के पक्ष में हैं या विरोध में.
25 जून तक की दी गई है समय-सीमा
समिति को अपनी रिपोर्ट 25 जून तक सौंपने की समय सीमा दी गई है .ऐसे में सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में समिति की लगातार कई बैठकें होंगी. समिति की ओर से जल्द ही आम लोगों से भी राय मांगने की घोषणा की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक़ इस मुद्दे पर जो भी अपनी राय समिति को भेजना चाहेगा, भेज सकेगा. इसके अलावा समिति देश के अलग अलग हिस्सों में होने वाले अपने दौरों के दौरान भी लोगों से सुझाव मांगेगा.