हरियाणा में चौटाला परिवार की तक़रार पहुँचा सकती है विपक्षी पार्टियों को फायदा

इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) में आपसी तकरार कम होने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला द्वारा पार्टी की छात्र इकाई इंडियन नेशनल स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन को भंग करने के बाद यह आंतरिक कलह सामने आया है. छात्र इकाई भंग करने के बावजूद पार्टी नेता और ओमप्रकाश चौटाला के पोते दिग्विजय चौटाला ने इस फैसले को मानने से इनकार कर दिया है.

वही दूसरी और अभय ने कहा कि दुष्यंत (और दिग्विजय) के साथ कोई मनमुटाव नहीं है, वे हमारे बच्चे हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि अनुशासन हमारी पार्टी की सबसे बड़ी ताकत है. अगर कोई भी उसका उल्लंघन करता है तो पार्टी कार्रवाई करेगी. अभय ने चंडीगढ़ स्थित अपने घर पर मनमुटाव को लेकर सवालों के जवाब देने के लिए बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि क्या हिसार लोकसभा सीट से इनेलो के सांसद दुष्यंत को पार्टी से निकाल दिया गया है.

शुक्रवार को अभय सिंह चौटाला ने चौटाला परिवार में आपसी मनमुटाव की खबरों को दरकिनार करते हुए कहा कि उनके भतीजे दुष्यंत और दिग्विजय उनके अपने बच्चे हैं. जो भी पार्टी के अनुशासन को भंग कर्ज उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दे की अभय सिंह चौटाला ओमप्रकाश चौटाला के छोटे बेटे हैं. दुष्यंत और दिग्विजय ओमप्रकाश चौटाला के बढ़े बेटे अजय सिंह चौटाला के बच्चे है.

जल्द ही अगर चौटाला परिवार में चल रही तक़रार का समाधान नहीं निकला गया तो आने वाले 2019 विधानसभा चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल को भारी नुक्सान उठाना पड़ सकता है. आपको बता दे अगले साल हरियाणा में विधानसभा के चुनाव है और राज्य में बीजेपी की सरकार है.

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