निकाय चुनाव 2023 में हार के बाद से बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार समीक्षा बैठक कर पार्टी की कमजोर कड़ी को तलाशने में लगी हैं. साथ ही साथ 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर भी रणनीति भी बना रही हैं. मायावती के निर्देश पर अब बसपा ने ‘गांव चलो अभियान’ शुरू किया है. इस अभियान के तहत बसपा मतदाताओं को जोड़ने का प्रयास करेगी. बसपा अब गांवों के मतदाताओं पर फोकस कर रही है.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस अभियान की रूपरेखा पार्टी के पदाधिकारियों को बता दी है. मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को साफ-साफ कह दिया है कि गांव-गांव जाकर अपने काडर वोटर को सबसे पहले समझाओ. जो दूर हो रहे हैं, उन्हें जोड़ने पर फोकस करो. इस अभियान का मूलमंत्र है, ‘वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा’. बसपा सुप्रीमो का कहना है कि यह अभियान सिर्फ और सिर्फ गांवों में चलेगा. गांव के लोगों को ही इससे जोड़ा जाएगा.
मंडल से शुरू होगा अभियान, गांव तक जाएगा
बता दें कि इस अभियान के तहत बसपा विशेष तौर पर युवाओं को जोड़ने का प्रयास कर रही है. बसपा प्रत्येक गांव में महिलाओं की टीम भी खड़ी करेगी. बसपा सुप्रीमो ने निर्दश दिया है कि मंडल से अपना काम शुरू कर फिर गांवों के हर एक बूथ तक पहुंचना है. पुराने कार्यकर्ताओं को फिर से सक्रिय करना है. जो निष्क्रिय हैं, पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता दिखाएगी. बड़ी संख्या में नए लोगों को जोड़ा जाएगा और बूथ पर जिम्मेदारी तय की जाएगी.
गांव में बसपा का पुराना वोटर, पार्टी को करना होगा फोकस
दरअसल, निकाय चुनाव में मिली हार के बाद से पार्टी सुप्रीमो मायावती लगातार बैठक कर रही हैं. बैठक में पार्टी से जुड़े जमीनी नेताओं ने मायावती को राय दी कि बसपा को फिर से गांव पर फोकस करना होगा. गांव में बसपा का पुराना वोटर है. अगर हम उसको दोबारा जोड़ने में सफल रहे तो लोकसभा चुनाव में बसपा का प्रदर्शन शानदार रहेगा. बसपा की समीक्षा बैठक में पार्टी के कोआर्डिनेटर भी शामिल हुए. उन्होंने भी मायावती से कहा कि गांवों के वोटरों पर हमें फोकसर करना होगा, तभी हम 2007 जैसा प्रदर्शन यूपी में फिर से दोहरा पाएंगे.