देशभर में टमाटर की कीमत सातवें आसमान पर है. आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई है. गरीब लोगों ने टमाटर खरीदना छोड़ दिया है. सबसे महंगी सब्जी में गिना जाने लगा है. कई किसान तो टमाटर बेचकर करोड़पती बन गए. कहीं टमाटर से लदी ट्रकों पर डाका पड़ गया. पूरा का पूरा ट्रक लूट लिया गया. किसान अपने खेतों की रखवाली कर रहे हैं. मंडियों में तो सुरक्षा गार्ड की तैनाती करनी पड़ी है.
इसी तरह टमाटर को लेकर हर दिन कोई न कोई घटना सामने आ ही जाती है. कुछ दिनों पहले टमाटर से भरी एक ट्रक कर्नाटक से दिल्ली आ रही थी, जब तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में पलट गई. आमतौर पर इस तरह की घटनाओं के बाद देखा जाता है कि लोग पहले लूटपाट करना शुरू कर देते हैं. ऐसे में पुलिस की एक टीम पहले ही मौके पर पहुंच गई. टमामटर को सुरक्षा दी.
जब गिरा 15 लाख रुपए कीमत के टमाटर
एक अन्य घटना तेलंगाना की है. यहां कोमराम जिले में टमाटर से भरी एक अन्य ट्रक पलट गई. मिनी ट्रक टमाटर की खेप लेकर जा रही थी जब एक तेज रफ्तार कार ने उसे ओवरटेक किया. कार को बचाने के चक्कर में ट्रक दुर्घटना का शिकार हो गया. ड्राइवर ने बताया कि ट्रक की रफ्तार ज्यादा तेज नहीं थी लेकिन तेज रफ्तार कार को साइड देने के चक्कर में उन्होंने अपना नियंत्रण खो दिया.
ड्राइवर ने बताया कि ट्रक पलटने से टमाटर से भरा एक ट्रे नीचे गिर गया. बताया जा रहा है कि इसमें 15 लाख रुपए के टमाटर लदे थे. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे मौके पर पहुंचे और टमाटर के ट्रे को बंदूकों के साथ सुरक्षा प्रदान की. उन्हें डर था कि दुर्घटना स्थल से टमाटर की लूट हो सकती है.
टमाटर से लदा ट्रक ले फरार हुए पति-पत्नी
कुछ दिनों पहले ही कर्नाटक के बेलूर में एक महिला के खेत से ढाई लाख रुपए के टमाटर की चोरी हो गई थी. सोमनहल्ली गांव में 4 जुलाई की रात एक साजिश के तहत इस चोरी को अंजाम दिय गया. टमाटर के 50-60 बैग चोर लेकर फरार हो गए थे. कर्नाटक के ही वेल्लोर में एक पिकअप पर ढाई लाख का टमाटर लदा था. यहां एक दंपत्ति ने खुद एक्सीडेंट किया और मुआवजे के लिए लड़ाई की. देखा कि पिकअप ड्राइवर मुआवजा देने के मूड में नहीं है तो वे पिकअप लेकर फरार हो गए.
टमाटर का दाम बता दें तो आ जाएगी पानी चढ़ाने की नौबत
टमाटर इन दिनों सबसे महंगी सब्जियों की लिस्ट में बना हुआ है. अगर आप मंडी में एक किलो टमाटर का दाम पूछेंगे तो दुकानदार आपको सिर्फ ढाई सौ ग्राम टमाटर का ही दाम बताएगा. इसके पीछे वह कहते हैं कि किलो का दाम बताने पर ग्राहक मुंह मोड़ लेते हैं. अगर किलो का दाम बता दें तो ग्राहकों को पानी चढ़ाने की नौबत आ जाएगी. मार्केट में टमाटर 40 रुपए पाव से नीचे ही नहीं आ रहा है. दुकानदार तो यह तक कहने लगे हैं कि 10 महीने सस्ता खाते हैं तो दो महीने महंगा टमाटर भी खा लीजिए. अब उन्हें कौन बताए कि टमाटर खरीदने के लिए हम कितना पसीना बहाते हैं.