दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, देश के कई राज्यों के लोगों को इन दिनों एक बीमारी ने बेचैन कर दिया है. इसका नाम है आई फ्लू, जिसे कंजेक्टिवाइटिस या पिंक आइज भी कहते हैं. आंखों में होने वाला ये संक्रमण दिल्ली-एनसीआर के लोगों को दो हफ्ते से परेशान कर रहा है. ज्यादा बारिश और उमस के बाद आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. दिल्ली के अलग-अलग आई हॉस्पिटल से आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक, OPD में आई फ्लू के मरीजों की संख्या 50 परसेंट बढ़ गई है. आई फ्लू से संक्रमित होने वालों में ज्यादा संख्या बच्चों की है.
दिल्ली-एनसीआर में आई फ्लू के मामले क्यों बढ़ रहे हैं. आई फ्लू का संक्रमण ना हो, इसके लिए क्या सावधानी रखें. आई फ्लू से कैसे बचाव करें. इन सवालों का जवाब हम दे रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि आई फ्लू होने पर आंखों को हाथ से ना छुएं, आई फ्लू होने पर खुजली होती है, आंखों को बिल्कुल ना मसलें. आंखों को लगातार ठंडे पाने से धोते रहें. हाथों को बार-बार साफ करते रहें. अगर संक्रमण ज्यादा हो, तो डॉक्टर के पास जाएं. डॉक्टर की सलाह लेकर आई ड्रॉप डालें.
इस साल आई-फ्लू ज्यादा क्यों फैल रहा है ?
- ज्यादा बारिश और हाई ह्यूमिडिटी बैक्टीरिया, वायरस के लिए वातावरण मुफीद
- आई फ्लू के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
- किचकिच खुजली सूजन जलन पानी आना लालपन
- आई फ्लू का ज्यादा खतरा किन्हें है?
- किसी को भी हो सकता है बच्चों को ज्यादा खतरा
- आई फ्लू का संक्रमण कैसे फैलता है?
- छूने से फैलता है बीमार के संपर्क में आने से एक ही समान इस्तेमाल करने से
- क्या आई फ्लू देखने से फैल सकता है?
- देखने से संक्रमण नहीं होता पास बैठने से भी नहीं फैलता
- आई फ्लू को लेकर क्या सावधानी बरतें?
- आंख को ना छुएं छूने से पहले हाथ साफ करें हाथों को साबुन से धोएं सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें
सवाल ये है कि बारिश और ह्यूमिडिटी तो हर साल होती है तो फिर इस बार ऐसा क्या हुआ है कि आई फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं. वजह तलाशने के लिए एम्स ने रिसर्च शुरू की है. एम्स में आई फ्लू के मरीजों के सैंपल की जांच हो रही है. अगले कुछ दिनों में पता चलेगा कि ये सिर्फ वायरस इंफेक्शन है या बैक्टीरियल इन्फेक्शन भी है.