बेनेट यूनिवर्सिटी के पांचवें दीक्षांत समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी के पंच प्रण से भारत विश्व गुरु बनेगा. उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव के मुख्य समारोह को संबोधित किया था तो उन्होंने कुछ बातें कही थीं, पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि ये समारोह हमें आत्मावलोकन का अवसर दे रहा है कि हम इतने दिनों से क्या कर रहे थे. हमने जो पाया है उसे कैसे बढ़ा सकते हैं और जहां चूक हुई उसका परिमार्जन कर उस गैप को भर सकते हैं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने छात्रों से पीएम मोदी के पंच प्रण पर चलने की अपील की. उन्होंने बताया कि पंच प्रण में पहला प्रण था 2047 तक भारत को दुनिया की ताकत के रूप में स्थापित करें, दूसरा गुलामी की मानसिकता से दूर होंगे. तीसरा अपनी विरासत पर गौरव करेंगे और चौथा संकल्प था कि आपस में एकता और एकांतता पर बात करेंगे. पांचवा प्रण था कि अपने धर्म का निर्वहन करेंगे.
प्राचीन काल में भारत विश्व गुरु था, हमें वही भारत बनाना है
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज विश्वविद्यालयों में होने वाले दीक्षांत समारोह प्राचीन भारत के गुरुकुलों में होने वाले समावर्तन समारोह का ही परिवर्ततित रूप है. प्राचीन काल में नालंदा, तक्षशिला, विक्रम शिला, उत्तर में काशी, दक्षिण में कांची, मध्य में अवंतिकापुरी, पूरब में नौलद्वीप जैसे अनेक ऐसे प्राचीन विवि या शिक्षा के केंद्र थे, जो न केवल दुनिया के स्नातकों को शिक्षा और ज्ञानार्जन कराते थे, बल्कि उस कालखंड और आज के परिप्रेक्ष्य में देखें तो इनोवेशन और रिसर्च एंड डेवलपमेंट के बेहतरीन केंद्र माने जाते थे.
बेनेट यूनिवर्सिटी के कार्यों को सराहा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेनेट यूनिवर्सिटी में बहुत कम समय में बहुत कुछ करके दिखाया है. आज यहां छह अलग-अलग संस्थान चल रहे हैं, जो एक वर्ल्ड क्लास यूनिवर्सिटी स्थापित करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं. मैं कहीं जाता हूं तो जरूर कहता हूं कि विश्वविद्यालय किसके लिए चला रहे हैं, डिग्री बांटना है या कुछ करना चाहते हैं, जिस सोसायटी में हम रह रहे हैं, उसके लिए क्या कर रहे हैं. मुझे प्रसन्नता है कि बेनेट यूनिवर्सिटी ने इस दिशा में पहले ही काम शुरू कर दिया है.
सीएम योगी ने आगे कहा कि हमारा लक्ष्य भारत को विकसित बनाना है, इसके लिए हमें इंस्टीट्यूशन को इंडस्ट्री से जोड़ना होगा. बेनेट यूनिवर्सिटी ने ये काम पहले ही शुरू कर दिया है. इसके एडवाइजरी बोर्ड में 30 से अधिक इंडस्ट्री के सीईओ जुड़े हैं जो समय-समय पर छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए सुझाव देते हैं. उन्होंने बेनेट यूनिवर्सिटी के अच्छे कार्यों के लिए कुलाधिपति और टाइम्स ग्रुप के एमडी विनीत जैन और उनकी टीम को बधाई दी.
गोरखपुर में 100 साल में पहुंच सकी इंसेफेलाइटिस की वैक्सीन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इंसेफेलाइटिस बीमारी का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 1977 में ईस्टर्न यूपी में यह बीमारी आई थी, 40 साल में 50 हजार से ज्यादा मासूम बच्चों की मौत हुई थी, जब 1998 में मैं सांसद बना तो गोरखपुर मेडिकल कॉलेज का दौरा करने पहुंचा. प्रिंसिपल ने मुझे वार्डों में जाने से रोकना चाहा, मैं नहीं रुका और देखा तो वार्डों की हालत बहुत खराब थी. एक-एक बेड पर चार-चार बच्चे थे. टॉयलेट चोक थे, जब मैं बाहर निकला तब तक प्रिंसिपल घर जा चुके थे. मैंने तत्कालीन राज्य सरकार से बातचीत की, पत्र लिखा, लेकिन कुछ समाधान नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि जब मैंने संसद में मामला उठाने का प्रयास किया तो मौका नहीं मिला, मैंने सड़कों पर आंदोलन किया. उन्होंने बताया कि जापान ने इंसेफेलाइटिस की वैक्सीन 1905 में बना ली थी, लेकिन गोरखपुर पहुंचने में इसे 100 साल लग गए. ये 2005 में पहुंची, लेकिन पूरी मात्रा में नहीं. 2017 में जब मैं सीएम बना तो मेरे सामने ये बीमारी चुनौती थी, जिस पर अपने अनुभव से काबू पाया. यही कारण है कि जहां साल में 1200 से 1500 बच्चे इस बीमारी से मरते थे वह आंकड़ा अब जीरो है.
असफलता के भय से बाहर निकलें छात्र
बेनेट यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में टाइम्स ग्रुप के एमडी और विश्वविद्यालय के कुलाधपिति विनीत जैन ने कहा कि छात्रों को असफलता के भय से बाहर निकलता होगा. देश के निर्माण में उच्च शिक्षा की बड़ी भूमिका है. बेनेट यूनिवर्सिटी का मानना है कि भारत की उच्च शिक्षा वैश्विक मानकों से स्पर्धा कर रही है. हमारा उद्देश्य यूनिवर्सिटी को विश्व स्तर का बनाना है.