तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले में एक वैन रिजर्वायर के पानी में जा घुसी. जब चालकों को अपनी गलती का अहसास हुआ तो वह तुरंत वैन से उतरे और जान बचाकर जैसे-तैसे वहां से बाहर निकले. बताया जा रहा है कि वैन में बैठे लोग इस वक्त गूगल मैप्स की मदद ले रहे थे. गूगल मैप ने उनको वो रास्ता बताया जो कि बंद किया जा चुका है और परियोजना का जलभराव वहां तक है. बारिश की वजह से उन्होंने ध्यान नहीं दिया और पानी के अंदर चले गए. गनीमत रही कि उनकी जान बच गई है.
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला जिले के अक्कन्नापेट मंडल के गौरवेली परियोजना के पास का है. रविवार सुबह एक वैन हुस्नाबाद से हैदराबाद की ओर दूध के पैकेट भरकर जा रही थी. ड्राइवर को इस रूट की जानकारी नहीं थी इसलिए उसने अपने स्मार्टफोन में गूगल मैप लगा लिया. गूगल मैप के जरिए उन्हें जो रास्ता दिखाई दे रहा था वह उस पर ही चलते जा रहे थे. वहीं बारिश भी लगातार हो रही थी जिसकी वजह से वह धीरे-धीरे गूगल मैप पर ही पूरी तरह से निर्भर हो गए.
जब वह गौरवेली परियोजना के पास पहुंचे तो उन्हें लगा कि बारिश का पानी भरा हुआ है और वह अपने वैन को आगे बढ़ाते रहे. थोड़ी देर बाद उन्हें अहसास हुआ कि पानी उनकी वैन के कैबिन के अंदर तक भर गया है. इस वक्त दोनों बिना देर किए तुरंत वैन से उतरे और तैरकर बाहर आ गए. समय रहते उन्होंने जो समझदारी दिखाई उसकी वजह से उनकी जान बच गई. गांव वालों का कहना है कि इससे पहले एक ट्रक ड्राइवर भी परियोजना के जलभराव में डूबने से बचा था.
आस-पास रहने वालों ने बताया कि नंदराम स्टेर पर पहले रोड स्टॉपर लगे हुए थे और वाहनों को डायवर्ट करने के लिए बाईपास रोड के जरिए वहां पहुंचाया जा रहा था. लेकिन स्टॉपर्स गिर चुके हैं और किसी ने भी उनकी सुध नहीं ली. वहीं रास्ता भी ब्लॉक नहीं किया गया जिसकी वजह से लोग डायवर्ट किए हुए रास्ते पर न जाकर गलती से परियोजना के जलभराव की तरफ चले जाते हैं. बता दें कि यहां पर एक रिजर्वायर बन रहा है.