केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अगुवाई में पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों की कल यानी 28 दिसंबर को एक अहम बैठक होने वाली है. इस बैठक में SYL विवाद को सुलझाने को लेकर वार्ता की जाएगी. गौरतलब है कि जनवरी के दूसरे हफ्ते में सुप्रीम कोर्ट में सतलुज-यमुना लिंक नहर (SYL) विवाद को लेकर होने वाली अहम सुनवाई होने वाली है. ऐसे में केंद्र सरकार उससे पहले एक बार फिर से बातचीत के माध्यम से इस मसले का हल चाहती है.
पंजाब और हरियाणा के बीच SYL विवाद दशकों पुराना है. इस विवाद को सुलझाने का प्रयास करने के लिए गुरुवार 28 दिसंबर को शाम 4 बजे चंडीगढ़ के होटल ताज में दोनों ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों और सीनियर अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है.
किसान कर रहे हैं बैठक का विरोध
SYL विवाद को सुलझाने को लेकर पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्री एक ओर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में मिलेंगे वहीं इस बैठक का विरोध करने के लिए पंजाब के किसान संगठन भी एकजुट हो चुके हैं. इस बैठक का विरोध करने के लिए पंजाब के किसान संगठनों ने भी तैयारी कर ली है. किसान संगठनों का कहना है कि पंजाब के पास किसी भी दूसरे राज्य को देने के लिए पानी नहीं है. पंजाब के किसान खुद पानी की किल्लत झेल रहे हैं.
दोपहर 12 बजे एकट्ठा होंगे किसान
किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल), अखिल भारतीय किसान महासंघ, किसान संघर्ष समिति पंजाब, बीकेयू (मानसा) और आजाद किसान संघर्ष समिति समेत अन्य किसान संगठनों ने केंद्रीय जल मंत्रालय द्वारा सतलुज यमुना लिंक (SYL) मुद्दे को बातचीत के माध्यम से सुलझाने को लेकर बुलाई गई बैठक का विरोध करने का फैसला किया है. इन तमाम किसान संगठनों से जुड़े किसान मोहाली के दारा स्टूडियो के नजदीक दोपहर 12 से इकट्ठा होंगे और उसके बाद केंद्र सरकार के द्वारा बुलाई गई दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक का विरोध करने के लिए चंडीगढ़ की और कूच करेंगे.